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किसी हिंदू,सिख,ईसाई,जैन,बौद्ध को नहीं छोड़ना पड़ेगा देश: अमित शाह

अमित शाह ने कहा, बंगाल सरकार जनता को गुमराह कर रही

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कोलकाता में एक रैली के दौरान एनआरसी पर केंद्र सरकार के रुख का संकेत दिया है. शाह ने कहा, 'बीजेपी सरकार एनआरसी से पहले सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल (CAB) लेकर आने वाली है. उन्होंने बताया, CAB का मतलब है कि भारत के अंदर जितने भी हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध शरणार्थी आए हैं, सभी को भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी.'

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अमित शाह ने कहा, 'एक-एक शरणार्थी को भारत का प्रधानमंत्री बनने का अधिकार मिलेगा. सभी शरणार्थियों को वोट देने का अधिकार मिलेगा.' साथ ही शाह ने ये भी कहा कि किसी भी घुसपैठी को देश में रहने नहीं दिया जाएगा. एक-एक घुसपैठी को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा.

बंगाल सरकार जनता को गुमराह कर रही

अमित शाह ने कहा, 'हम राज्यसभा में सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल लेकर आए थे. लेकिन तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने राज्यसभा चलने नहीं दी. सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल को पारित नहीं करने दिया. अगर आज शरणार्थी भाई भारत के नागिरक नहीं बन पाए हैं, तो इसका कारण टीएमसी है.'

तृणमूल सरकार एनआरसी पर बंगाल की जनता को गुमराह कर रही है. आज मैं बंगाल की जनता आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी शरणार्थी को बंगाल छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
अमित शाह, गृहमंत्री
ममता सरकार कह रही हैं कि एनआरसी लागू होने के बाद लाखों हिंदुओको पश्चिम बंगाल छोड़कर जाना पड़ेगा. मैं बताना चाहता हूं, ये सरासर झूठ है. ममता सरकार लगातार झूठ फैला रही है.
अमित शाह, गृहमंत्री

बंगाल की तृणमूल सरकार पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा, ममता जब सत्ता में नहीं थी, तब वो घुसपैठियों को निकालने की बात करती थी. आज जब वो आपका वोट बैंक बन गए हैं, तो कहती हैं कि इनको मत निकालों.

बता दें, एनआरसी पर ममता लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोलती आई हैं. ममता ने हाल ही में गृहमंत्री शाह से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद उन्होंने साफ किया था कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगी.

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