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शाह की दूसरी डिजिटल रैली में पाकिस्तान-सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र

अमित शाह ने लगातार अपनी दूसरी रैली में किया पाकिस्तान और सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र

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कोरोना महामारी से देश बेहाल है और प्रवासी मजदूर अब तक अपने घरों तक पहुंचने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. लेकिन दूसरी तरफ चुनावी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. बीजेपी नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लगातार डिजिटल रैलियां करने में जुटे हैं. जिनका फोकस बिहार और पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव हैं.

खास बात ये है कि शाह डिजिटल रैली में कहा कि वो चुनावी रैली करने नहीं आए हैं, लेकिन जब बोलना शुरू किया तो पिछली कई चुनावी रैलियों की तरह इस बार भी सर्जिकल स्ट्राइक और पाकिस्तान को लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनानी शुरू कर दीं. पहले बिहार और अब ओडिशा की रैली में ये मुद्दे उनके चुनावी भाषण का हिस्सा रहे.

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सीमा विवाद को भुनाने की कोशिश

अमित शाह ने बिहार के लोगों के लिए एक वर्चुअल रैली की. जिसमें उन्होंने तमाम मुद्दों पर बात की और विपक्ष को भी जमकर निशाने पर लिया. लेकिन इस दौरान शाह ने कहा कि वो कोई चुनावी रैली नहीं कर रहे हैं, बल्कि वो तो लोगों से संवाद करने सामने आए हैं. हालांकि उन्होंने इस कथित संवाद में मोदी सरकार की सारी उपलब्धियां गिना डालीं.

बिहार के बाद अमित शाह ने ओडिशा में डिजिटल रैली की. लेकिन इस दौरान उन्होंने एक बार फिर वही बातें दोहराईं, जो उन्होंने लोकसभा चुनावों से ठीक पहले अपनी हर रैली में और उसके बाद हुए विधानसभा चुनावों के दौरान लोगों को बताई थीं. शाह ने सीमा विवाद पर गरम हुई राजनीति का सहारा लेते हुए एक बार फिर लोगों को सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की याद दिला दी. शाह ने अपने पुराने चुनावी अंदाज में एक बार फिर कहा,

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“हमारी सरकार के दौरान भी उरी और पुलवामा में आतंकी हमले हुए. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने समय बर्बाद नहीं किया. पाकिस्तान को एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करके सजा दी गई. इससे पूरी दुनिया में ये संदेश गया कि भारत की सीमा में घुसपैठ करना कोई बच्चों का खेल नहीं, जो ऐसा करेगा उसे सजा दी जाएगी.”

प्रवासी मजदूरों का भी किया जिक्र

अमित शाह ने इस डिजिटल रैली में कई और मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने प्रवासी मजदूरों को लेकर कहा कि, "हम सभी मजदूरों को लेकर काफी दुखी हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता थी." शाह ने इस दौरान ओडिशा के लोगों और देश की जनता से स्वदेशी अपनाने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि भारत की इकनॉमी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जितना हो सके इंपोर्टेड चीजों को कम खरीदें.

अमित शाह ने इससे पहले बिहार की रैली में भी इन बातों का जिक्र किया था, यानी वही बातें जो शाह ने पिछले एक साल में हुए लगभग सभी चुनावों में की थीं. उन्होंने बिहार की रैली में आर्टिकल 370, सर्जिकल स्ट्राइक, पाकिस्तान, नागरिकता कानून सहित कई मुद्दों की बात की. इस सबके बावजूद शाह ने जनता से यही कहा कि वो राजनीतिक रैली नहीं कर रहे हैं.

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