जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म किए जाने का मुद्दा एक बार फिर संसद में उठा. कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया कि इतने महीनों बाद भी सैकड़ों लोग हिरासत में क्यों हैं? इसके अलावा अमित शाह से सवाल पूछा गया कि वो बताएं कि कश्मीर में आखिर कितने लोग अभी हिरासत में हैं. इस पर शाह ने जवाब देते हुए कहा कि हम नेताओं को रिहा करने के लिए सही वक्त का इंतजार कर रहे हैं.
अमित शाह ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए याद दिलाया कि कांग्रेस के शासनकाल में फारूक अब्दुल्ला के पिता को 11 साल तक जेल में रखा गया था. उन्होंने कहा -
“हम नहीं चाहते हैं कि वो एक भी दिन जेल में रहें. जब प्रशासन को लगेगा कि सही वक्त आ चुका है तो नेताओं को रिहा कर दिया जाएगा. फारूक अब्दुल्ला के पिता को कांग्रेस ने 11 साल तक जेल में रखा था. हम उनकी राह पर नहीं चलना चाहते. जब भी तय होगा उन्हें रिहा कर दिया जाएगा.”
शाह बोले- सब कुछ सामान्य
गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर में मौजूदा हालात पर कहा कि वहां सब कुछ सामन्य चल रहा है. उन्होंने कहा,
“कश्मीर में हालात पूरी तरह सामान्य हैं. मुझे लगता है कि कांग्रेस की हालत सामान्य नहीं है. क्योंकि उन्हें लगता था कि आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद कश्मीर में खून खराबा होगा. लेकिन कुछ नहीं हुआ. एक गोली तक नहीं चली.”
अमित शाह ने कश्मीर को लेकर कुछ आंकड़े भी दिए. उन्होंने कहा कि कश्मीर में 99.5 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा दी. लेकिन अधीर रंजन चौधरी जी के लिए वहां सब सामान्य नहीं है. श्रीनगर में 7 लाख लोगों ने ओपीडी में इलाज करवाया. हर जगह से कर्फ्यू और धारा 144 को हटा लिया गया है. आपका लोकल बॉडी इलेक्शन को लेकर क्या कहना है?
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