बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि उनके बेटे जय शाह की कंपनी में भ्रष्टाचार का कोई सवाल ही नहीं उठता है. उन्होंने चुनौती देने के अंदाज में कहा कि जय शाह ने तो खुद मामले की जांच की मांग की है, अगर किसी के पास कोई सबूत है, तो वह कोर्ट में पेश करे.
अमित शाह एक न्यूज पोर्टल की उस खबर का जिक्र कर रहे थे, जिसमें दावा किया गया है कि साल 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई.
अमित शाह ने अहमदाबाद में इंडिया टुडे के 'गुजरात पंचायत' प्रोग्राम में कांग्रेस पर पलटवार किया. शाह ने कहा:
कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. क्या उन्होंने कभी कोई आपराधिक मानहानि या 100 करोड़ रुपये का दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर किया? वे ऐसे मुकदमे दायर कराने का साहस क्यों नहीं जुटा पाए? जय ने मानहानि का मुकदमा दायर किया. उन्होंने जांच की मांग की.
अमित शाह ने जय शाह की कंपनी के पक्ष में ये तर्क दिया:
- जय की कंपनी मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल नहीं है
- ये कंपनी पूरी तरह कमोडिटी व्यापार के क्षेत्र में है, जहां कारोबार ज्यादा होता है, जबकि मुनाफा कम होता है
- हमलोग बाजरा, मक्का और चावल निर्यात करते हैं, जबकि धनिया आयात करते हैं
- 80 करोड़ रुपये के कारोबार के बाद उन्होंने यह नहीं बताया कि हमें कितना फायदा हुआ
- 80 करोड़ रुपये के कारोबार के बावजूद जय को 1.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. इसमें मनी लॉन्ड्रिंग कहां है?
- सारे वित्तीय लेन-देन चेक और बैंक के जरिए हुए
बता दें कि जय शाह ने 9 अक्टूबर को अहमदाबाद की मेट्रोपोलिटन अदालत में न्यूज पार्टल द वायर के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है. वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी का मुनाफा कथित तौर पर 16,000 गुना बढ़ा है.
(इनपुट एजेंसी से)
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