केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज ममता बनर्जी के प्रदेश पश्चिम बंगाल में होंगे. अमित शाह कोलकाता में एक सेमिनार को संबोधित करेंगे. यह सेमिनार बीजेपी के तय कार्यक्रमों में से एक है. जिसमें अमित शाह नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (NRC) के बारे में लोगों को बताएंगे. इसके अलावा वो एक दुर्गा पूजा कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे.
असम में एनआरसी लागू होने के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी इसे लागू करने की सुगबुगाहट तेज है. लेकिन ममता बनर्जी कई बार चेतावनी दे चुकी हैं कि वो ऐसा कभी भी नहीं होने देंगी. ऐसे में आज अमित शाह का एनआरसी पर कार्यक्रम काफी अहम माना जा रहा है. शाह बंगाल में एनआरसी लागू करने की बात कर सकते हैं.
ये है पूरा कार्यक्रम
- दोपहर 3 बजे - NRC पर एक जन संबोधन (नेताजी इनडोर स्टेडियम)
- शाम 5 बजे - बीजेपी के सांसदों, विधायकों और राज्य प्रभारियों से मुलाकात
- शाम 7:30 बजे - दुर्गा पूजा पंडाल में शिरकत
ममता के गढ़ में NRC पर चर्चा
अब गृहमंत्री अमित शाह ममता बनर्जी के गढ़ में एक ऐसे मुद्दे पर बात करने वाले हैं, जिसे लेकर ममता लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोलती आई हैं. ममता बनर्जी ने हाल ही में गृहमंत्री शाह से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद उन्होंने साफ किया था कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगी. उन्होंने कहा था कि अमित शाह से इसे लेकर बातचीत हुई है. इसके अलावा ममता ने ये भी दावा किया है कि एनआरसी के डर से पश्चिम बंगाल में कई लोग आत्महत्या कर रहे हैं. ममता ने कहा -
“बंगाल छोड़ो, एनआरसी किसी और राज्य में भी नहीं आ सकता. एनआरसी 1985 के असम समझौते के कारण अनिवार्य थी. सिर्फ किसी ने कह दिया कि ऐसा होगा, इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसा होगा ही. उन्हें एनआरसी की जरूरत अपने राजनीतिक प्रोपोगेंडे के लिए है”.ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री-पश्चिम बंगाल
बता दें कि बीजेपी के बड़े नेता आर्टिकल 370 हटाए जाने और असम में एनआरसी लागू किए जाने के फैसलों पर देशभर में ऐसे सेमिनार कर रहे हैं. इन जनसभाओं से लोगों को बताने की कोशिश की जा रही है कि ये सरकार के अच्छे कदम हैं. बीजेपी नेता इन जनसभाओं से एनआरसी के फायदे गिना रहे हैं.
इससे पहले अमित शाह साफ कर चुके हैं कि पूरे देश में धीरे-धीरे एनआरसी को लागू किया जाएगा. शाह जब भी एनआरसी की बात करते हैं तो वो अवैध घुसपैठ और आतंकवाद का जिक्र भी करते हैं. अमित शाह ने हाल ही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था-
‘‘हमने अपने चुनाव घोषणापत्र में देश की जनता से वादा किया था कि केवल असम में नहीं बल्कि पूरे देश में हम एनआरसी लाएंगे और देश की जनता का एक रजिस्टर बनाएंगे. ये वादा किया गया था कि अवैध प्रवासियों पर कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी.’’
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