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आजादी का अमृत महोत्सव:पोस्टर में नेहरू नहीं, गहलोत बोले-केंद्र की छोटी सोच

गहलोत ने स्टेटमेंट भी पोस्ट किया जिसमें उन्होंने बताया कि पंडित नेहरू आजादी की लड़ाई के दौरान 9 बार जेल गए.

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भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (ICHR) द्वारा जारी 'आजादी का अमृत महोत्सव' के पोस्टर पर चल रहे विवाद के विवाद के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की तीखी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की है.

आपको बता दें कि आईसीएचआर के 'आजादी के अमृत महोत्सव' कार्यक्रम के लिए जारी किए गए पोस्टर से देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की तस्वीर गायब थी. इसके बाद से ही कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर है.

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'नेहरू को पोस्टर में शामिल ना करना सरकार की छोटी सोच'

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेहरू को पोस्टर में शामिल ना किए जाने के बाद केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा ट्विटर पर लिखा,

अपना तन, मन, धन एवं जीवन देश की आजादी की लड़ाई लड़ने एवं आधुनिक भारत की नींव रखने के लिए लगा देने वाले पंडित नेहरू के योगदान को कमतर दिखाने के कुप्रयास का खामियाजा भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा और समय आने पर देश मोदी सरकार को सबक सिखाएगा.

गहलोत आगे कहते हैं,

आजादी के अमृत महोत्सव के पोस्टर में पंडित जवाहरलाल नेहरु की तस्वीर ना लगाना ना सिर्फ निंदनीय है बल्कि केंद्र सरकार की छोटी सोच का प्रदर्शन भी है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा,

अशोक गहलोत ने इस ट्वीट के साथ अपना एक स्टेटमेंट भी पोस्ट किया जिसमें उन्होंने बताया कि पंडित नेहरू आजादी की लड़ाई के दौरान 9 बार जेल गए. उन्होंने अपने जीवन के 3259 दिन यानि करीब 9 साल जेल में गुजारे.
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मामले पर ICHR की सफाई

विवाद के बाद आईसीएचआर के एक अधिकारी ने आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा,

आईसीएचआर के एक शीर्ष अधिकारी ने इस मुद्दे पर आलोचना को खारिज करते हुए कहा, ‘हम आजादी की लड़ाई में किसी की भूमिका को कमतर करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि जिस पोस्टर को लेकर विवाद हुआ है वह आजादी का अमृत महोत्सव जश्न के तहत जारी होने वाले कई पोस्टरों में से एक है.

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