जेडीयू-बीजेपी के रिश्ते की अजब कहानी है. बिहार में दोनों ही पार्टियां सरकार में हैं तो किसी राज्यों में दोनों ही पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ने उतर जाती हैं. अब अरुणाचल प्रदेश में तो 6 जेडीयू विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. राज्य के बीजेपी सांसद तापिर गाव ने इसे विधायकों की 'घर वापसी' बताया है. वहीं जेडीयू चीफ और बीजेपी के सहयोग से बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार ने मामले जो प्रतिक्रिया दी है, उससे वो असमंजस में ही नजर आ रहे हैं. जब उनसे 6 विधायकों के बीजेपी में जाने के ऊपर सवाल पूछा गया तो वो बोले-इसपर अभी हम लोगों की मीटिंग है, वो अलग हो गया है. इतना कहकर वो बात टाल गए.
पाला बदलने वाले विधायक कौन-कौन से हैं?
बीजेपी में शामिल होने वाले JDU विधायकों में रंगोंग के तालीम तबोह, चयांग ताजो के हायेंग मांगफी, ताली के जिक्के ताको, कलाक्तांग के दोरजी वांग्दी खारमा, बोमडिला के डोंगरु शंगजू और मरियांग-गेकु के कांगगोंग ताकू शामिल हैं. नवंबर की शुरुआत में JDU ने शंगजू, खारमा और ताकू को ‘पार्टी-विरोधी’ गतिविधियों के लिए कारण-बताओ नोटिस दिया था और उन्हें निलंबित कर दिया था.
बीजेपी में पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) के अकेले विधायक भी शामिल हो गए हैं. लिकाबली चुनावी क्षेत्र के कार्डो इग्योर ने भी पार्टी जॉइन की है. PPA ने भी अपने अकेले विधायक को इस महीने की शुरुआत में निलंबित कर दिया था.
अरुणाचल विधानसभा की स्थिति
अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में कुल 60 सीट हैं. विधायकों के पार्टी बदलने के बाद अब बीजेपी के पास 48 विधायक हो गए हैं. जबकि JDU का सिर्फ एक विधायक रह गया है. कांग्रेस और नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) के चार-चार सदस्य हैं.
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