उत्तर प्रदेश में हमले के एक दिन बाद केंद्र सरकार द्वारा Z सिक्योरिटी (Z category security) की पेशकश को AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने शुक्रवार, 4 फरवरी को ठुकरा दिया. सदन के पटल पर केंद्र सरकार का ध्यान हरिद्वार और मथुरा हेट स्पीच के मामलों की ओर आकर्षित करते हुए ओवैसी ने कहा कि गृह मंत्रालय के पास "इस तरह के कट्टरपंथ से निपटने" के लिए एक स्पेशल सेल होना चाहिए.
सदन में उन्होंने कहा कि “कौन हैं ये लोग जो बैलेट में नहीं बुलेट में विश्वास करते हैं, जिन्हें इतनी नफरत है. अगर हम इस तरह की राजनीति देखने जा रहे हैं, जहां एक टोल बूथ पर गोलियां चलाई जा रही हैं, तो हम उस तरह के कट्टरपंथ को देख सकते हैं."
“मैं मरने से नहीं डरता, लेकिन मैं सरकार से अपील करना चाहता हूं कि जो कहा गया (हरिद्वार और मथुरा में) उसे देखें. मुझे Z सिक्योरिटी नहीं चाहिए, मैं स्वतंत्रता के साथ जीना चाहता हूं, न कि एक दबाया जीवन लेकिन मैं ए श्रेणी का नागरिक बनना चाहता हूं"
उन्होंने आगे कहा कि “आप उन लोगों के खिलाफ UAPA क्यों नहीं लगाते जिन्होंने एक मौजूदा सांसद पर हमला किया? इस नफरत को खत्म करो, मुझे ए कैटेगरी का नागरिक बना दीजिये ताकि मैं और आप बराबर हों. कट्टरता आपको नुकसान पहुंचाएगी और दक्षिणपंथी आतंक आपको नुकसान पहुंचाएगा."
AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर फायरिंग की घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को संसद में विस्तृत जवाब देंगे.
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