संसद के आने वाले शीतकालीन सत्र से पहले ही विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भारत और चीन की सीमा में जो कुछ चल रहा है, उसे लेकर संसद में चर्चा की मांग की है. इसके अलावा ओवैसी ने चीन को लेकर पीएम मोदी पर भी जमकर हमला बोला.
ओवैसी ने कहा- सरकार चाहे तो गुप्त बैठक का भी है विकल्प
ओवैसी ने कहा कि, PM ने देश को कहा था कि चीन की फौज भारत की सीमा में नहीं आई है, उनकी ये बात झूठ साबित हुई है. हमारी मांग है कि संसद के शीत सत्र में इस पर बहस हो. अगर सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा का बहाना देती है तो लोकसभा के नियम 248 के तहत एक गुप्त बैठक करवा सकती है.
ओवैसी ने सरकार से ये भी मांग की है कि सभी दलों के नेताओं के एक दल को ऐसे संवेदनशील बॉर्डर इलाकों में ले जाएं, जिससे हम हमारी संप्रभुता को फिर से स्थापित कर सकें.
बता दें कि कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट अफेयर्स की तरफ से सिफारिश की है कि, संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर 2021 तक बुलाया जाए.
संजय निषाद के बयान पर मोहन भागवत से सवाल
इतना ही नहीं ओवैसी ने निषाद पार्टी के चीफ संजय निषाद के भगवान राम को लेकर दिए बयान पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, आरएसएस चीफ मोहन भागवत, जो डीएनए मामले में एक्सपर्ट हैं... उन्हें निषाद पार्टी के मुखिया के बयान पर सफाई देनी चाहिए. जिन्होंने कहा था कि भगवान राम निषाद परिवार में जन्मे थे और वो राजा दशरथ के पुत्र नहीं थे. बीजेपी के बड़े नेताओं को भी इस पर बोलना चाहिए.
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