समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान मुश्किलों में घिरते दिख रहे हैं. लगातार उन पर कानून शिकंजा कसता जा रहा है. आजम खान पर रामपुर में मौलाना मोहम्मद जौहर अली यूनिवर्सिटी के मार्ग पर अवैध कब्जे का आरोप है. इसी मामले में अब एसडीएम ने आजम खान से कब्जा हटाने को कहा है.
आजम खान पर अवैध कब्जा हटाने के अलावा हर्जाने के तौर पर 3 करोड़ 27 लाख रुपये देने के लिए भी कहा गया है. उन्हें 15 दिन के अंदर ये रकम लोक निर्माण विभाग को देने का आदेश दिया गया है.
आजम खान पर कई केस
आजम खान पर कई मामलों को लेकर केस दर्ज हैं. जमीन पर कब्जा करने के मामले में आजम खान पर सबसे ज्यादा मामले दर्ज हैं. जिनमें अब वो घिरते नजर आ रहे हैं. आजम खान पर जिस मामले को लेकर कार्रवाई हुई है, उसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने किसी और की संपत्ति को अपनी जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कर अवैध कब्जा किया है. इस मामले की शिकायत गृह मंत्रालय में हुई थी, जिसके बाद आजम खान पर ये कार्रवाई हुई.
करोड़ों की जमीन हड़पने का आरोप
आजम खान पर किसानों की जमीन हड़पने का भी आरोप है. यूपी सरकार ने आजम खान को भू-माफिया की लिस्ट में भी शामिल कर लिया है. आजम खान के खिलाफ इतने मुकदमे दर्ज होने के बाद अब उनकी गिरफ्तारी की बात भी हो रही है. जांच अधिकार कभी भी उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं. आजम खान पर रामपुर में जिन जमीनों को हड़पने का आरोप है, उनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है.
पार्टी भी कर रही जांच
एक तरफ जहां आजम खान पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, वहीं उनकी पार्टी अब उनके समर्थन में उतर चुकी है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी विधायकों व विधान परिषद सदस्यों की एक जांच समिति नियुक्त की है, जो रामपुर के सांसद के खिलाफ आरोपों की जांच करेगी. समिति आजम खान के खिलाफ किसानों की जमीन पर अतिक्रमण के मामलों की जांच करेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)