बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सांसद के तौर पर इस्तीफा सौंप दिया है. इस्तीफा देने के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा-
जिस पार्टी के लिए मैंने 7 साल मेहनत की तो पार्टी छोड़ते वक्त दिल व्यथित था. मैं PM नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जे.पी. नड्डा और राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त करता हूं.
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के मंगलवार को आसनसोल के सांसद पद से इस्तीफा दिया.
इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के ठीक बाद सुप्रियो ने स्पष्ट कर दिया था कि वह सांसद पद पर नहीं रहेंगे, क्योंकि यह अनैतिक होगा. वह बीजेपी के टिकट पर आसनसोल के सांसद चुने गए थे और वह अब बीजेपी में नहीं हैं.
18 सितंबर को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए सुप्रियो ने पहले घोषणा की थी कि अध्यक्ष से मिलने के बाद वह इस्तीफा दे देंगे.
हालांकि कुछ उदाहरण ऐसे भी हैं कि सांसद और विधायक पार्टी छोड़ने के बाद भी अपना पद नहीं छोड़ते हैं. बाबुल दो बार आसनसोल संसदीय क्षेत्र से जीते - 2014 में और 2019 में, वह नरेंद्र मोदी मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री भी बने, लेकिन चीजें दूसरी तरफ जाने लगीं और उन्हें कैबिनेट फेरबदल में हटा दिया गया.
उसके बाद उन्होंने रातों-रात राजनीति छोड़ने का ऐलान कर दिया और कुछ ही दिनों में वह टीएमसी में शामिल हो गए.
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