राजधानी दिल्ली के बवाना में शनिवार रात तीन फैक्ट्रियों में लगी आग में 17 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे के बाद नॉर्थ एमसीडी मेयर का एक बयान वायरल होने के बाद बवाल खड़ा हो गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हादसे के बाद मौके पर पहुंचीं मेयर और बीजेपी नेता प्रीति अग्रवाल चुपके से यह कहते हुए कैमरे में कैद हो गईं कि 'इस फैक्ट्री की लाइसेंसिंग हमारे पास है, इसलिए हम कुछ नहीं बोल सकते'.
मेयर के बयान वाला वीडियो वायरल होने के बाद फैक्ट्री के लाइसेंस जारी करने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. आम आदमी पार्टी ने हादसे के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है किहादसे पर राजनीति करना दुखद है.
कैमरे में कैद हो गई मेयर की बात
बवाना आग हादसे के बाद नॉर्थ दिल्ली एमसीडी की मेयर और बीजेपी नेता प्रीति अग्रवाल मौके पर पहुंची थीं. वो हादसे के संबंध में न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करने वाली थीं. ANI के मुताबिक, प्रीति अपने साथ मौजूद नेताओं से धीमी आवाज में कहने लगीं, 'इस फैक्ट्री की लाइसेंसिंग हमारे पास है, इसलिए हम कुछ नहीं बोल सकते'.
शायद बीजेपी नेता और मेयर प्रीति अग्रवाल को लग रहा था कि कैमरा बंद है, लेकिन उनकी यह बात कैमरे में कैद हो गई.
सीएम के रीट्वीट पर संग्राम, भड़की बीजेपी
मेयर प्रीति अग्रवाल के बयान वाले वीडियो को सीएम अरविंद केजरीवाल के रीट्वीट करने के बाद राजनीति गरमा गई है. दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया है.
मनोज तिवारी ने कहा, “प्रीति अग्रवाल केवल इतना पूछ रही हैं कि फैक्ट्री किससे संबंधित है. वीडियो में केवल 'ये फैक्ट्री' ही साफ सुना जा सकता है. लोग इस दुखद घड़ी में बीजेपी को बदनाम करने के लिए इस फर्जी वीडियो को वायरल करने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम ने भी इसे रीट्वीट किया है. उन्हें इस तरह की घटिया राजनीति के लिए माफी मांगनी चाहिए.”
मामले पर मेयर ने दी सफाई
वीडियो वायरल होने के बाद मेयर प्रीति अग्रवाल ने सफाई दी है. उन्होंने कहा, ‘एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे सीएम ने भी रीट्वीट किया है. मैं अपने सहयोगी से सिर्फ जगह के बारे में जानकारी ले रही थी. मुझे लगता है कि इस तरह के दुखद हादसे पर इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए.’
अग्रवाल ने कहा, ‘यह इंडस्ट्रियल एरिया दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधीन आता है. फैक्ट्रियों के लिए जमीन आवंटित दिल्ली सरकार ने की थी. उन्हें कम से कम देखना चाहिए कि वहां क्या काम हो रहा है. क्या फर्जी वीडियो बनाकर लोगों को बरगलाना सही है? यह निंदनीय है और मैं चाहती हूं कि केजरीवालजी इसके लिए माफी मांगें.’
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