बाढ़ से बिहार बेहाल है. राज्य के साथ नेपाल में हो रही बारिश के कारण बाढ़ का पानी नए इलाकों में बढ़ने लगा है. बिहार की सभी बड़ी नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दिख रही है, रविवार को कई जगहों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. ऐसे में अब विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर आत्ममुग्ध, बेपरवाह होने और अरबों के बंदरबाद का आरोप लगा है. तेजस्वी यादव का कहना है कि हर साल बाढ़, राहत और बचाव के नाम पर अरबों का घालमेल किया जा रहा है.
बाढ़ की विभीषिका से निपटने के सरकारी दावों की कलई पहले हफ्ते ही खुल गई! दावे अपनी जगह है और “सुशासन” के दीमकों की कमाई अपनी जगह! हर वर्ष बाढ़ राहत व बचाव, तटबंध निर्माण, पुनर्वास के नाम पर अरबों के घालमेल व बंदरबांट “सुशासन” की पहचान जो है! CM अब प्रकृति को दोषी ठहराएँगे.तेजस्वी यादव
रविवार को एक के बाद एक ट्वीट में तेजस्वी यादव, नीतीश सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, लेकिन नीतीश कुमार प्रकृति को दोष देने की तैयारी में हैं.
बिहार के 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं! उत्तर बिहार की नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं! जान, माल, फसल, मवेशी का लगातार नुकसान हो रहा है! पर आत्ममुग्ध सरकार व बेपरवाह प्रशासन मदमस्त है! आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होने की इन्हें क्यों चिंता होगी? आखिर दोष प्रकृति को जो देना है.तेजस्वी यादव
तेजस्वी की आरजेडी कार्यकर्ताओं से अपील
इसी के साथ तेजस्वी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वो अपने-अपने जिले में राहत और बचाव के काम में जुटें.
आरजेडी कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि अपने-अपने जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में यथासंभव मदद करें. प्रशासन से संपर्क स्थापित कर समस्याओं का निराकरण और सुविधा मुहैया कराने में सहयोग करें.तेजस्वी यादव
सैंकड़ों गांव डूबे, रेल यातायात प्रभावित
बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित सीतामढ़ी, मोतिहारी, सुपौल, सहरसा, अररिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर और पूर्णिया हैं. सैकड़ों गांव जलमग्न हो चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाढ़ के चलते अब तक 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
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