बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को हराने के लिए बना विपक्षी दलों का महागठबंधन टूट के कगार पर है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल माने जाने वाले उपचुनाव से पहले ही महागठबंधन में शामिल दलों के बीच फूट पड़ गई है.
उपचुनाव को लेकर विपक्षी दलों के महागठबंधन में विवाद बुधवार को खुलकर सामने आ गया. हालांकि, अब तक महागठबंधन टूटने को लेकर किसी तरह की कोई घोषणा नहीं की गई है, लेकिन महागठबंधन का टूटना तय माना जा रहा है.
क्या है विवाद की वजह?
बिहार की पांच विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं. उपचुनावों के लिए सीटों के बंटवारे से पहले ही महागठबंधन में शामिल आरजेडी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. इसके बाद विपक्षी दलों के महागठबंधन का विवाद खुलकर सामने आ गया.
नाथनगर विधानसभा सीट पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने जहां अजय राय को उम्मीदवार घोषित किया, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी नाथनगर सीट समेत तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए. इस बीच, ‘हम’ को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) का साथ भी मिला है. वीआईपी ने भी सिमरी बख्तियारपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
21 अक्टूबर को बिहार विधानसभा की पांच विधानसभा सीटों नाथनगर, बेलहर, सिमरी बख्तियारपुर, दरौंधा और किशनगंज में उपचुनाव होना है.
RJD ने उतारे उम्मीदवार, कहा- अहम से नहीं चलता महागठबंधन
आरजेडी ने राबिया खातून को नाथनगर से अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं रामदेव यादव को बेलहर से टिकट दिया गया है. इन दोनों उम्मीदवारों को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पार्टी का सिंबल दे दिया है. इस बीच आरजेडी ने सिमरी बख्तियारपुर से जफर आलम को भी उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है. दरौंदा सीट पर भी आरजेडी अपना उम्मीदवार उतारेगा, यह तय है. हालांकि, कौन उम्मीदवार होगा इसके नाम का अभी खुलासा नहीं हुआ है.
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बुधवार को कहा कि महागठबंधन सिर्फ जिद और अहम से नहीं चलता, बल्कि कर्तव्य निर्वाह भी करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मांझी को बिना महागठबंधन के निर्णय के उम्मीदवार घोषित नहीं करना चाहिए था. ‘हम’ के गठबंधन छोड़ देने के सवाल पर आरजेडी नेता ने कहा कि जिसे जहां जाना हो, जा सकता है.
उन्होंने कहा कि कोई भी गठबंधन के लिए अपनी सीट बर्बाद नहीं कर सकता है. आरजेडी जिन चार सीट पर प्रत्याशी उतार रही है, वह आरजेडी की परंपरागत सीट रही है.
कांग्रेस की ओर से अब तक इस फूट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, इस घटनाक्रम के बीच बुधवार को पटना के सदाकत आश्रम में बिहार प्रदेश चुनाव समिति (PEC) की बैठक हुई, जिसमें बिहार कांग्रेस के पदाधिकारियों ने उपचुनावों को लेकर विचार - विमर्श किया.
‘HAM ने कहा- हमारे साथ धोखा हुआ है’
इधर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी इस प्रकरण से खासे नाराज बताए जा रहे हैं. ‘हम’ के प्रवक्ता दानिश रिजवान कहते हैं कि पार्टी ने नाथनगर से अजय राय को उम्मीदवार घोषित किया है. ऐसे में आरजेडी का उम्मीदवार घोषित करना सही नहीं है.
“हमारे साथ धोखा हुआ है. बीजेपी के इशारे पर महागठबंधन तोड़ने की कोशिश हो रही है. महागठबंधन तोड़ने वालों को जनता सबक सिखाएगी.”दानिश रिजवान, प्रवक्ता, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा
रिजवान ने कहा कि ‘हम’, कांग्रेस और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रत्याशी को मदद करेगी.
‘हम’ और VIP साथ-साथ
इस बीच, वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी बुधवार को सिमरी बख्तियारपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी. उन्होंने भी ‘हम’ प्रत्याशी को मदद देने की घोषणा की.
बता दें, ‘हम’ पहले NDA में शामिल था, बाद में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल हो गया. बिहार में पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)