Lok Sabha Election 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीटों का बंटवारा (Bihar NDA Alliance) हो गया है. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली JDU 2019 से एक सीट कम, 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि बीजेपी इस बार भी 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है. जो फॉर्मूला तय हुआ है, उससे सबसे ज्यादा चिराग पासवान खुश होंगे. सीट बंटवारे में उनके चाचा पशुपति नाथ को दरकिनार कर चिराग पासवान की पार्टी, LJP (रामविलास) को 5 सीटें दी गयी हैं.
इसके अलावा जीतनराम मांझी की पार्टी, HAM एक सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी - राष्ट्रीय लोक मोर्चा को भी 1 सीट की दावेदारी मिली है.
कौन-कहां से लड़ेगा चुनाव?
बीजेपी- 17 सीटें
पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर, बेगूसराय, नवादा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर और सासाराम.
जेडीयू- 16 सीटें
वाल्मीकि नगर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, गोपालगंज, सिवान, भागलपुर, बांका, मुंगेर, नालंदा, जहानाबाद और शिवहर.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)- 5 सीटें
वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई
हम पार्टी- एक सीट
गया
राष्ट्रीय लोक मोर्चा- एक सीट
काराकाट
2019 में 17 सीट लड़े थे नीतीश कुमार के उम्मीदवार
अगर पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2019 में नीतीश कुमार की जेडीयू 17 सीट पर लड़ी थी. इस बार उनकी पार्टी को 16 सीट पर उम्मीदवार उतारने का मौका मिला है.
चिराग पासवान और पशुपति पारस 2019 लोकसभा चुनाव के वक्त एक साथ थे. तब एलजेपी हुआ करती थी. तब एलजेपी ने 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 6 सीट पर जीत मिली थी. हालांकि इस बार पार्टी टूट चुकी है.
साल 2021 में रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस और बेटे चिराग पासवान के बीच रिश्ते में दरार आई और पार्टी टूट गई. तब LJP के 4 सांसदों ने पशुपति पारस का साथ दिया था. बीजेपी ने भी चिराग को छोड़ पशुपति पारस गुट को ही तरजीह दी थी. इन सब के बीच चिराग बीजेपी के प्रति वफादार बने रहे और खुद को पीएम मोदी का 'हनुमान' बताते रहे. लगता है अब जाकर उनको फल भी मिला है और सीट शेयरिंग में चिराग पासवान को 5 सीट पर उम्मीदवार उतारने का मौका मिला है.
बता दें कि पशुपति पारस मोदी सरकार में अभी मंत्री हैं. पारस ने सीटों के बंटवारे में हिस्सा न मिलने की अटकलों के बीच कुछ दिन पहले ही एनडीए से बगावत के संकेत देते हुए कहा था कि उनके पास विकल्प खुले हुए हैं.
पशुपतिनाथ पारस की कब्जे वाली नवादा सीट बीजेपी ने चिराग को न देकर खुद अपने पास रखा है. 2019 में नवादा से LJP के चंदन सिंह सांसद बने थे. इस बार बीजेपी यहां से अपना उम्मीदवार उतारने जा रही है.
किन सांसदों का टिकट कटा?
शिवहर की मौजूदा सांसद रमा देवी का टिकट कट गया है. शिवहर सीट जेडीयू के हिस्से में गई है.
2019 में काराकाट सीट जेडीयू के पास थी. यहां से जेडीयू के महाबलि सिंह सांसद बने थे. लेकिन इस बार उपेंद्र कुशवाहा को यह सीट दी गई है.
गया सीट जेडीयू के पास थी. यहां से जेडीयू के विजय मांझी सांसद बने थे. लेकिन इस बार यह सीट जीतनराम मांझी की पार्टी को दिया गया है.
2019 में NDA ने जीती थीं 40 में से 39 सीटें
पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू और एलजेपी के गठबंधन ने बिहार में शानदार प्रदर्शन किया था. गठबंधन ने बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी. सिर्फ जेडीयू को किशनगंज सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. यहां कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद जावेद जीते और सांसद बने थे.
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