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बिहार में JDU सांसद ललन सिंह की उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात के मायने क्या हैं?

विस्तार के पूर्व ललन सिंह के भी मंत्री बनने को लेकर चर्चा थी, लेकिन अंतिम समय में उनका नाम सूची में नहीं था.

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केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार (Modi Cabinet Expansion) के बाद मुंगेर के सांसद ललन सिंह शुक्रवार को पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात कर राज्य में राजनीति सरगर्मी बढ़ा दी है. मंत्रिमंडल विस्तार के बाद चुप्पी साधे रहे ललन सिंह पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा के घर पहुंचे और करीब एक घंटे तक दोनों नेताओं के बीच मुलाकात चली. दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को महज औपचारिक बता रहे हैं, लेकिन इस मुलाकात के बाद राज्य की सियासत में कई कयास लगाए जाने लगे हैं.

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ललन सिंह के मंत्री बनाए जाने पर भी चर्चा थी

केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार में .जेडीयू को एक मंत्री पद पर मिला, जिस पर पार्टी के अध्यक्ष आर सी पी सिंह को मंत्री बनाया गया. विस्तार के पूर्व ललन सिंह के भी मंत्री बनने को लेकर चर्चा थी, लेकिन अंतिम समय में उनका नाम सूची में नहीं था.कहा जा रहा है मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले ललन सिंह नाराज चल रहे हैं.कुशवाहा से मिलने के बाद बाहर निकले ललन सिंह ने हालांकि कहा कि पार्टी में कोई विवाद नहीं है.

राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए- कुशवाहा

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही कह चुके हैं कि मोदी कैबिनेट में शामिल होने का फैसला करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर सी पी सिंह को अधिकृत किया था.सिंह ने 'पार्टी में सब ठीक है' पूछे जाने पर कहा कि एक दम सब ठीक है.इधर, कुशवाहा ने सिंह से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, "इस मुलाकात को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. हम दोनों पटना में रहते हैं और मुलाकात होती रहती है."उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर किसी प्रकार की बात नहीं हुई है. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि संगठन के विस्तार को लेकर बात हुई.

पार्टी में गुटबंदी से इंकार करते हुए कुशवाहा ने कहा, ".जेडीयू एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसमें कोई गुट नहीं है और भविष्य में नहीं होगा."

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