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बिहार:अभी घमासान बाकी,रामविलास पासवान की राज्यसभा सीट किसे मिलेगी?

बिहार से एक राज्यसभा सीट के लिए 1 दिसंबर को चुनाव, सुशील मोदी के नाम की चर्चा

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बिहार विधानसभा चुनाव 2020 भले ही खत्म हो चुका हो, सरकार बन चुकी हो लेकिन अभी एक और सियासी खेल बाकी है. एक और हाई वोलटेज सस्पेंस वाला चुनाव बाकी है. दरअसल, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद बिहार के कोटे वाली राज्यसभा सीट खाली हुई है, जिसके चुनाव के तारीख की घोषणा हो चुकी है. इस सीट के लिए एक दिसंबर को उपचुनाव होना है. ऐसे में सवाल उठता है कि रामविलास पासवान की जगह नया राज्यसभा सांसद कौन होगा?

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क्या एलजेपी से ही किसी को ये सीट मिलेगी या फिर बिहार एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के खाते से सुशील मोदी राज्यसभा जाएंगे? सुशील मोदी के नाम की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि उनसे डिप्टी सीएम का पद ले लिया गया है. एक सवाल और है कि अगर एलजेपी के खाते में सीट जाती है तो क्या जेडीयू अपने 'दुशमन' एलजेपी को समर्थन देगी?

बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी, एलजेपी और जेडीयू के बीच बिहार में सीट बंटवारे को लेकर समझौता हुआ था, समझौते के तहत रामविलास पासवान की पार्टी को 6 लोकसभा सीट और एक राज्यसभा की सीट ऑफर की गई थी. एलजेपी ने सभी 6 सीटों पर चुनाव जीता था. जिसके बाद रामविलास पासवान राज्यसभा से सांसद बने थे, तब नीतीश कुमार की जेडीयू ने भी उन्हें समर्थन दिया था.

लेकिन अब हालात बदल चुके हैं, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान एलजेपी प्रमुख और रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने एनडीए को छोड़ अकेला चलने का रास्ता चुना. लेकिन साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला, यहां तक कि नीतीश कुमार को जेल भेजने तक की बात कह दी और जेडीयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारे दिए.

क्या जेडीयू विधानसभा चुनाव की लड़ाई भूल जाएगी?

अब ऐसे में सवाल है कि क्या जेडीयू चिराग पासवान के कैंडिडेट को समर्थन दे सकती है? इसका जवाब जेडीयू के सीनियर लीडर केसी त्यागी ने दिया है.

जेडीयू के सीनियर लीडर केसी त्यागी ने क्विंट से बात करते हुए साफ कहा कि अगर राज्यसभा चुनाव में एलजेपी के कैंडिडेट उतरता है तो जेडीयू किसी भी हाल में अपना समर्थन नहीं देगी. उन्होंने कहा,

“LJP बिहार एनडीए का हिस्सा नहीं है, ये बात पीएम मोदी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी कह चुके हैं कि बिहार एनडीए का मतलब जेडीयू, बीजेपी, वीआईपी और HAM है, जिसके नेता नीतीश कुमार हैं. राज्यसभा के लिए नॉमिनेशन करने के लिए 5 विधायक की जरूरत होती है, एलजेपी के पास एक विधायक है वो 4 और कहां से लाएंगे? फिर सवाल ही पैदा नहीं होता है.”
केसी त्यागी, जेडीयू

जब हमने पूछा कि एलजेपी के पास तो पहले भी विधायक नहीं थे, लेकिन रामविलास पासवान को जेडीयू ने समर्थन दिया था, इसके जवाब में केसी त्यागी ने कहा कि अनुशासन में रहते हुए उनकी पार्टी एनडीए का हिस्सा थी. अब तो हिस्सा ही नहीं है.

केसी त्यागी से जब क्विंट ने पूछा कि अगर बीजेपी एलजेपी के कैंडिडेट को समर्थन देती है तब क्या उनकी पार्टी एलजेपी का साथ देगी, इसपर केसी त्यागी ने कहा,

“हम किसी भी कीमत पर सपोर्ट नहीं करेंगे. सवाल ही नहीं पैदा होता समर्थन का. पहली बात तो बीजेपी अब एलजेपी का साथ देने की बेवकूफी करेगी ही नहीं, क्योंकि एलजेपी ने बीजेपी के कैंडिडेट भी हरवाए हैं, इसलिए बीजेपी भी उतनी ही नाराज है, जितने हम लोग नाराज हैं.”
केसी त्यागी, जेडीयू

चिराग की एलजेपी खामोश

राज्यसभा चुनाव में क्या रामविलास पासवान की जगह एलजेपी अपना उम्मीदवार उतारेगी? इसके जवाब में एलजेपी के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने क्विंट से कहा,

“हमारी पार्टी की तरफ से कोई दावेदारी नहीं है राज्यसभा सीट के लिए, ये बात ठीक है कि हमारी पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान जी को एनडीए की तरफ से राज्यसभा की सीट मिली थी, उनके निधन के बाद से हक बनता है लेकिन हमारी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष चिराग पासवान जी ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जो आदेश और फैसला होगा वो पार्टी और हम सब मानेंगे. अब ये उन लोगों के विवेक पर कि वो क्या करेंगे. हम लोग उनके फैसले के साथ कल भी थे और आज भी हैं.”
अशरफ अंसारी, प्रवक्ता, एलजेपी

रामविलास पासवान की पत्नी का नाम भी लिस्ट में

भले ही एलजेपी अबतक इस सीट पर दावा नहीं कर रही है लेकिन रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान के नाम को लेकर भी चर्चा चल रही है. हालांकि बीजेपी और एलजेपी के बीच इस बारे में कोई आधिकारिक बात सामने नहीं आई है.

क्या सुशील मोदी को डिप्टी CM पद के बदले मिलेगी राज्यसभा सीट?

फिलहाल एक नाम इस सीट के लिए सबसे आगे बताया जा रहा है वो है बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का. दरअसल, इस बार बीजेपी ने सुशील मोदी की जगह दो लोगों को डिप्टी सीएम बनाया है, जिसके बाद से ये क्यास लगाए जाने लगे कि जरूर बीजेपी सुशील मोदी को केंद्र सरकार में जगह देने वाली है.

नाम न छापने की शर्त पर बीजेपी के सीनियर सीडर बताते हैं कि उनकी पार्टी में कब किसका नाम आगे हो जाए ये 3 लोगों के सिवा कोई नहीं जानता है, लेकिन हम लोगों के हिसाब से सुशील मोदी को राज्यसभा के जरिए केंद्र सरकार में जगह मिल सकती है. साथ ही सुशील कुमार मोदी के नाम पर जेडीयू को भी ऐतराज नहीं होगा.

इन सबके बीच एक बात तो साफ है कि बिहार में बीजेपी हो या जेडीयू कोई भी अकेले दम पर राज्यसभा की सीट जीत नहीं सकती है. ऐसे में बीजेपी एलजेपी का साथ देकर नीतीश कुमार को नाराज करने का रिस्क नहीं ले सकती है.

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