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राफेल डील: 70 शहरों में प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर ‘पलटवार’ करेगी BJP

पार्टी ने इस काम की जिम्‍मेदारी केंद्रीय मंत्रियों, अपने सभी मुख्‍यमंत्रि‍यों और बड़े नेताओं को सौंपी है.

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राफेल मामले पर कांग्रेस के निशाने पर रही बीजेपी ने अब इस मुद्दे पर मुख्य विपक्षी पार्टी पर पलटवार करने की तैयारी कर ली है. बीजेपी सोमवार को देश के 70 शहरों में कांग्रेस के आरोपों का जवाब देगी. पार्टी ने इस काम की जिम्‍मेदारी केंद्रीय मंत्रियों, अपने सभी मुख्‍यमंत्रि‍यों और बड़े नेताओं को सौंपी है.

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पार्टी के मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने कहा, ‘‘राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के सच्चाई बयां करने के बाद बीजेपी कांग्रेस की साजिश का पर्दाफाश करेगी. कांग्रेस राष्‍ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने की कोशिश कर रही है.''

उन्‍होंने कहा कि बीजेपी राफेल विमान सौदे को लेकर सरकार के खिलाफ आरोप लगा रहे लोगों के झूठ पर लगाम लगाएगी.

कौन-कौन करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस

रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडणवीस, विजय रूपाणी, सर्वानंद सोनोवाल क्रमश: गुवाहाटी, अहमदाबाद, जयपुर और अगरतला में मीडिया को संबोधित करेंगे.

केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, सुरेश प्रभु, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी संगठन के नेता सोमवार को कई शहरों में मीडिया से बातचीत करेंगे.

राफेल पर अपना फैसला वापस ले कोर्ट: कांग्रेस

कांग्रेस ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि वो राफेल डील से जुड़ा अपना फैसला वापस ले और कोर्ट की अवमानना और झूठी जानकारी देने के मामले में केंद्र सरकार को नोटिस जारी करे.

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को झूठी जानकारी दी. पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि केंद्र ने संसद के दोनों सदनों के विशेषाधिकार का हनन किया है कि राफेल विमानों की कीमतों को लेकर सीएजी रिपोर्ट संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के सामने पेश की गई थी.

पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला तुरंत वापस ले, जो अमान्य है. ऐसा करना सुप्रीम कोर्ट की गरिमा के हित में होगा, क्योंकि इस पूरे मामले ने सबसे बड़ी अदालत की गरिमा को ठेस पहुंचाई है और इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती. जो कुछ हुआ है, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता.''

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