महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से लगातार हलचल की खबरें सामने आ रही हैं. जिनमें बीजेपी और एनसीपी (BJP-NCP) के बीच नजदीकियों को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे, शरद पवार और पीएम मोदी की मुलाकातों के बाद चर्चा और तेज हो गई. लेकिन अब एनसीपी प्रवक्ता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने इन सभी अटकलों पर विराम लगाया है. उन्होंने बीजेपी के साथ रिश्तों को लेकर कहा है कि नदी के दो छोर कभी भी एक नहीं हो सकते हैं.
'बीजेपी-एनसीपी का एक साथ आना असंभव'
दरअसल पीएम मोदी और एनसीपी चीफ शरद पवार की एक बार फिर दिल्ली में मुलाकात हुई है. करीब 1 घंटे तक चली इस मुलाकात के बाद एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर अटकलें शुरू हो गईं. लेकिन अटकलों का बाजार गरम होता, इससे पहले ही नवाब मलिक ने इन पर पार्टी का रुख साफ कर दिया. मलिक ने कहा,
"राजनीति विचारों के आधार पर होती है, संघ का राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रवाद में जमीन आसमान का अंतर है. नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते, ये सच्चाई है. बीजेपी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक साथ आना असंभव है."
पवार की मुलाकातों को लेकर फैलाई जा रही गलत जानकारी- मलिक
नवाब मलिक ने पीएम मोदी और शरद पवार की मुलाकात को लेकर भी सफाई दी. उन्होंने कहा कि, शरद पवार पिछले दो दिनों से दिल्ली में थे. राज्यसभा में सदन के नेता चुने जाने के बाद पीयूष गोयल ने उन्हें फोन किया था. कल शरद पवार ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी. कई लोग पीएम मोदी और अन्य मंत्रियों से मुलाकातों पर भ्रमित कर रहे हैं. ये भी बिल्कुल झूठ है कि शरद पवार ने महाराष्ट्र के विपक्षी नेताओं के साथ मुलाकात की है.
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई है. लेकिन पिछले कुछ महीनों से सरकार में शामिल तीनों पार्टियों के मतभेद सामने आते रहे हैं. इसीलिए एनसीपी चीफ और बीजेपी नेताओं के बीच हो रही इन मुलाकातों के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
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