बिहार में बीजेपी के खिलाफ एनडीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हो गया है. लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों पर बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में BJP और JDU 17-17 सीटों पर चुनावी मैदान पर उतर सकते हैं. रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के हिस्से में 6 सीटें आएंगी. अमित शाह, नीतीश कुमार और चिराग पासवान जल्द ही सीट बंटवारे के इस फॉर्मूले का ऐलान कर सकते हैं.
इस फॉर्मूले के आधार पर बीजेपी एलजेपी को असम से अपने कोटे की एक राज्यसभा सीट भी देगी.
इससे पहले ऐसी अटकलें लगायी जा रही थीं कि रामविलास की पार्टी एनडीए का साथ छोड़ सकती है. चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर बात करने के लिए बीजेपी को 31 दिसंबर का अल्टीमेटम तक दे दिया था.
इसके बाद इसी गुरुवार को सीट बंटवारे के मुद्दे पर रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से उनके घर पर मुलाकात की. इसके अगले दिन शुक्रवार को उनकी इसी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली से भी चर्चा हुई. इसी के बाद दोनों के बीच आपसी मदभेद सुलझ सका.
उपेंद्र कुशवाहा ने पहले ही छोड़ा NDA का साथ
पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी हाल ही में बीजेपी की अगुवाई वाले NDA का साथ छोड़ दिया था. गुरुवार को उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके UPA महागठबंधन में शामिल होने का ऐलान कर दिया.
आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था, "मोदी जी ने वादा किया था कि बिहार के लोगों को पढ़ाई, दवाई और कमाई के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ."
इसके साथ ही कुशवाहा ने एलजेपी से भी अपील की थी कि वो जल्द ही बीजेपी का साथ छोड़ने का फैसला करें. कुशवाहा ने कहा कि एलजेपी ने अगर जल्द ही एनडीए से बाहर निकलने का फैसला नहीं किया तो बीजेपी छोटे दलों को खा जाएगी. लेकिन एलजेपी ने बीजेपी के साथ सुलह कर ली है और एनडीए से अपना नाता नहीं तोड़ा है.
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