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BJP ने कुलदीप सेंगर के करीबी को दिया टिकट, विवाद के बाद यू-टर्न

कुलदीप सिंह सेंगर के करीबी अरुण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष का दिया गया था टिकट

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बीजेपी ने उन्नाव में एक बार फिर रेप के दोषी और पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर (Kuldeep Sengar) के करीबी अरुण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए टिकट दे दिया. लेकिन इस बार भी सोशल मीडिया और विपक्ष के सवालों के बाद यू-टर्न लेते हुए बीजेपी ने सेंगर के करीबी का टिकट कुछ घंटों बाद काट दिया. बता दें कि अरुण सिंह वही शख्स है, जिस पर रेप सर्वाइवर ने जान से मारने का आरोप लगाया है. साथ ही उसके खिलाफ पीएम और राष्ट्रपति को भी चिट्ठी लिखी है.

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बीजेपी ने बयान जारी कर दी जानकारी

दरअसल बीजेपी की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्षों के टिकट बांटे गए थे. इनमें चुपके से कुलदीप सेंगर के करीबी अरुण सिंह को भी टिकट थमा दिया गया. लेकिन जब बात सामने आई तो इस पर खूब बवाल हुआ. विपक्षी दलों ने एक बार फिर बीजेपी को अपराधियों का साथ देने और उन्हें पार्टी में शामिल करने के आरोप लगाए. विवाद बढ़ता देख आखिरकार अरुण सिंह का टिकट काट दिया गया. बीजेपी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक,

बीजेपी उन्नाव द्वारा प्रदेश और क्षेत्र नेतृत्व के निर्देश पर पंचायत चुनाव 2021 के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए घोषित प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य अरुण सिंह की बीजेपी प्रत्याशिता को निरस्त किया जाता है. इनकी जगह पर शकुन सिंह को प्रत्याशी घोषित किया जाता है.

सेंगर की पत्नी को भी दिया था टिकट, फिर यू-टर्न

ठीक ऐसा ही मामला उन्नाव से कुछ दिन पहले भी सामने आया था और ये मामला भी कुलदीप सेंगर से ही जुड़ा हुआ था. तब बीजेपी की तरफ से सेंगर की संगीता सेंगर को जिला पंचायत सदस्य का टिकट दिया गया था. जिसे लेकर बीजेपी की खूब किरकिरी हुई थी. सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना और विपक्षी नेताओं के हमले के बाद इस मामले में भी बीजेपी ने अपने कदम वापस खींच लिए थे और सेंगर की पत्नी का टिकट रद्द कर दिया था. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को खुद सामने आकर इस बात की सफाई देनी पड़ी थी कि सेंगर की पत्नी का टिकट वापस ले लिया गया है.

बता दें कि कुलदीप सेंगर भी पूर्व बीजेपी विधायक है, जिसके खिलाफ एक युवती ने रेप का आरोप दर्ज किया था. इस मामले में कुलदीप सेंगर को 21 साल की युवती के रेप में दोषी मानते हुए दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 20 दिसंबर 2019 को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.

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