केरल में बीजेपी के अभियान की शुरुआत बुधवार से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने शुरू कर दी है. शाह ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ माकपा की कथित हिंसा को लेकर विरोध जताने के लिए मंगलवार को 'भारत माता की जय' के नारों के बीच 15 दिन की पदयात्रा शुरू की. बीजेपी फिलहाल केरल में वाम दलों को एक कड़ी चुनौती पेश करने वाली पार्टी के तौर पर उभर रही है.
अमित शाह का है 3 दिन का दौरा
केरल में तीन दिन तक ठहरने के अपने कार्यक्रम के पहले दिन शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के गृह नगर कन्नूर जिले से जन रक्षा यात्रा शुरू की. इस 9 किलोमीटर की पदयात्रा के दौरान शाह के साथ काफी संख्या में समर्थक मौजूद रहे.
कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए विजयन जिम्मेदार : शाह
केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में बीजेपी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ(आरएसएस) के कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए मुख्यमंत्री पिनरई विजयन जिम्मेदार हैं. शाह ने कहा कि साल 2001 के बाद केरल में बीजेपी और RSS के 120 कार्यकर्ता मारे गए हैं और उन्होंने माकपा की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार से कहा कि लोगों को ये पता चलना चाहिए कि कौन इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार है.
कम्युनिस्टों को सत्ता मिलती है तो होती हैं हत्याएं: शाह
शाह ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा-
मैं मुख्यमंत्री विजयन से पूछता हूं कि केरल में किसने भाजपा व आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या की है. अगर उनके पास जवाब नहीं है तो मैं यह कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री विजयन इसके लिए जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा कि जब भी राज्य में कम्युनिस्टों को सत्ता मिलती है, आरएसएस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के हत्या के मामले में बढ़ जाते हैं. शाह ने कहा कि 120 राजनीतिक हत्याओं में अकेले कन्नूर में 84 लोगों की हत्या की गई है.
लाल हिंसा, हिंसा नहीं होती इस नजरिए को खत्म कीजिए: शाह
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए शाह ने मानवाधिकार के सभी हिमायतियों से अपील की कि हिंसा का कोई रंग नहीं होता और इस नजरिये को खत्म कीजिए कि लाल हिंसा कोई हिंसा नहीं होती. उन्होंने कहा, हिंसा हिंसा होती है. राष्ट्रवादी एजेंडे पर काम कर रहे 120 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई हैं. आप इन हत्याओं पर चुप हैं. यह आपकी निष्ठा पर सवाल उठाता है. उन्होंने कहा कि यह जनरक्षा यात्रा माकपा के अत्याचारों और हत्याओं के खिलाफ सत्याग्रह है.
17 अक्टूबर को खत्म होगी यात्रा
पय्यानूर से शुरू होकर जनरक्षा यात्रा राज्य से होते हुए 17 अक्तूबर को तिरुवनंतपुरम में जाकर खत्म होगी.
इस मार्च में कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे. बीजेपी का आरोप है कि राज्य में साल 2001 के बाद से 120 बीजपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जिनमें से 84 लोग केवल कन्नूर में मारे गए. शाह ने उत्तरी मालाबार के एक प्रसिद्ध शिव मंदिर तालीपराम्बा में राजाराजेश्वर मंदिर पूजा अर्चना करके अपनी यात्रा शुरू की.
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