ADVERTISEMENTREMOVE AD

राज्यों के सहयोग के बिना भी लागू होकर रहेगा CAA- कैलाश विजयवर्गीय

पश्चिम बंगाल चुनावों को लेकर बीजेपी नेता कर चुके हैं सीएए का जिक्र

story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा

पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनावों से पहले राजनीति तेज हो चुकी है. बीजेपी और ममता बनर्जी की टीएमसी लगातार एक दूसरे पर हमलावर है. इसी बीच अब सीएए का मुद्दा भी तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. अब बीजेपी महासचिव और पश्चिम बंगाल के इंचार्ज कैलाश विजयवर्गीय ने सीएए का जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि सीएए किसी भी तरह राज्यों में लागू होकर रहेगा, फिर चाहे राज्य सरकारें इसके लिए तैयार हो या फिर नहीं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

विजयवर्गीय कई बार कर चुके हैं जिक्र

नागरिकता कानून को लेकर पिछले कई दिनों से बयानबाजी तेज हो चुकी है. लगभग हर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी नेताओं से यही सवाल पूछा जाता है कि आखिर कब तक सीएए को लागू किया जाएगा. अब इसे लेकर BJP महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा,

“CAA लागू करने के लिए स्टेट की कोई आवश्यकता नहीं है, केंद्र सरकार सक्षम है. अगर स्टेट सहयोग देगा तो भी लागू करेंगे और नहीं देगा तो भी लागू करेंगे”

विजयवर्गीय ने इससे पहले भी सीएए को लेकर बयान दिया था. तब उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार जनवरी से संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देनी शुरू कर सकती है. ये बयान भी पश्चिम बंगाल चुनावों को लेकर दिया गया था.

नड्डा भी दे चुके हैं बयान

विजयर्गीय के अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सीएए को लेकर बयान दिया था. नड्डा ने पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सीएए आप लोगों को मिलकर रहेगा. उन्होंने कहा था कि इसे लेकर कोरोना की वजह से देरी हुई है, लेकिन जल्द ये लागू होगा. नड्डा ने कहा था,

“सिटिजंस अमेंडमेंट एक्ट तो पास हो चुका है. आपको सिटिजंस अमेंडमेंट एक्ट तो मिलेगा और मिलना है. अभी रूल्स बन रहे हैं. कोरोना के कारण थोड़ी सी इसमें रुकावट आएगी. लेकिन अब जैसे-जैसे कोरोना हट रहा है वैसे-वैसे रूल्स भी तैयार हो रहे हैं. तो बहुत जल्द उसकी सेवा आपको मिलेगी आप इसे ध्यान में रखिएगा.”

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×