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हरियाणा में BJP-जेजेपी की बनेगी सरकार, दुष्यंत होंगे डिप्टी सीएम

11 महीने पहले बनी जेजेपी ने हरियाणा में जीती हैं 10 विधानसभा सीटें

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हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी और दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी ने मिलकर सरकार बनाने का ऐलान किया है. ये ऐलान अमित शाह के घर पर हुआ है. शाह ने कहा कि हरियाणा कैबिनेट में डिप्टी सीएम जेजेपी का होगा.

बीजेपी-जेजेपी शनिवार को चंडीगढ़ में गवर्नर के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह दिवाली के बाद होगा.

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हरियाणा विधानसभा में बीजेपी की 40 सीटें आईं और जेजेपी 10 सीटें. हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 46 का है. शुक्रवार को जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है.

कैबिनेट में सीट बंटवारे पर फिलहाल कोई ऐलान नहीं हुआ है. हालांकि दुष्यंत चौटाला का नाम लिए बगैर अमित शाह ने कहा कि डिप्टी सीएम जेजेपी का होगा. लेकिन जेजेपी सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम का पद दुष्यंत चौटाला को ही दिया जाएगा.

अमित शाह के घर हुई बैठक के बाद किया ऐलान

जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला शुक्रवार शाम बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे. इस मुलाकात की भूमिका तैयार करने में बीजेपी के युवा नेता और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का हाथ रहा . सबसे पहले दुष्यंत चौटाला अनुराग ठाकुर के घर पर पहुंचे, फिर वहां से वह गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे हैं. बीजेपी और जेजेपी के गठबंधन की बातचीत बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में हुई.

दुष्यंत चौटाला ने चुनाव नतीजों के तुरंत बाद अपने पत्ते नहीं खोले थे लेकिन शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उनके लिए कोई पार्टी अछूत नहीं है, उससे अटकलें लगने लगीं कि बीजेपी से बातचीत होने पर वह उसे समर्थन दे सकते हैं. इसके बाद से बीजेपी ने भी दुष्यंत चौटाला के लिए दरवाजे खोलने शुरू किए थे.

निर्दलियों पर सस्पेंस

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह ने कहा कि कई निर्दलियों का भी सरकार को समर्थन है. लेकिन उन्होंने न तो नाम बताए और न ही संख्या. यही सवाल जब मनोहर लाल खट्टर से पूछा गया तो उन्होंने भी सीधा जवाब नहीं दिया. माना जा रहा है कि गोपाल कांडा के समर्थन को लेकर हुए विवाद और प्रतिक्रिया के बाद बीजेपी ने अपने कदम पीछे खींचे और दुष्यंत चौटाला की जेजेपी से नए सिरे से बात शुरू हुई.

लेकिन माना ये भी जा रहा है कि करीब आधा दर्जन निर्दलियों पर गोपाल कांडा की पकड़ है. इसीलिए अभी समर्थन देने वाले निर्दलियों के नामों और संख्या की घोषणा नहीं की जा रही.

दुष्यंत चौटाला हैं जेजेपी के अध्यक्ष

जननायक जनता पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल से टूटकर बनी है. दुष्यंत चौटाला आईएनएलडी के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पड़पोते हैं. दुष्यंत चौटाला साल 2014 से 2019 तक हरियाणा के हिसार से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. साल 2018 में पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोप में ओपी चौटाला ने दुष्यंत चौटाला को पार्टी से निकाल दिया था. इसके बाद दिसंबर 2018 में दुष्यंत ने अपनी पार्टी बनाई और खुद को देवीलाल का असली वारिस घोषित किया.

जींद उपचुनाव में जेजेपी की टिकट पर दुष्यंत के भाई दिग्विजय चौटाला ने चुनाव लड़ा था लेकिन वो दूसरे पायदान पर रहे थे. 11 महीने पहले बनी जेजेपी ने हरियाणा विधानसभा में उम्मीद से अच्छा प्रदर्शन करते हुए 10 सीटें जीती.

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