ADVERTISEMENTREMOVE AD

त्रिपुरा में बीजेपी प्रभारी का बयान- बीफ पर बैन नहीं लगाएगी सरकार

त्रिपुरा में बीजेपी के प्रभारी सुनील देवधर ने कहा है कि बीजेपी सरकार राज्य में बीफ पर बैन नहीं लगाएगी.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

देशभर में बीफ बैन पर जारी बहस के बीच त्रिपुरा में बीजेपी के प्रभारी सुनील देवधर ने एक बड़ा बयान दिया है. देवधर ने कहा है कि बीजेपी सरकार त्रिपुरा में बीफ पर बैन नहीं लगाएगी. उनसे राज्य में बीफ बैन को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा 'किसी राज्य में अगर बहुसंख्यक लोग नहीं चाहते हैं, तो वहां की सरकार बीफ पर बैन नहीं लगाएगी.'

ADVERTISEMENTREMOVE AD

मंगलवार को त्रिपुरा में बीजेपी प्रभारी सुनील देवधर ने कहा:

“किसी राज्य में अगर बहुसंख्यक लोग नहीं चाहते हैं, तो वहां की सरकार बीफ पर बैन लगाएगी. नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में बहुसंख्यक लोग उसे खाते हैं, तो वहां की सरकार उस पर प्रतिबंध नहीं लगाती. यहां पर ज्यादातर मुसलमान और ईसाई हैं, कुछ हिन्दू ऐसे भी हैं, जो ये मांस खाते हैं. तो मुझे ऐसा लगता है कि उस पर कोई बैन नहीं होना चाहिए, इसलिए वहां बैन नहीं है.”
सुनील देवधर, बीजेपी प्रभारी, त्रिपुरा

त्रिपुरा में जीत के बाद हाल ही में एक न्यूज चैनल से बातचीत में सुनील देवधर ने कहा था कि राज्य में बीजेपी की स्थिति को मजबूत करने और संगठन खड़ा करने के लिए उन्होंने खुद पर बहुत काम किया. यहां तक कि अपने खान-पान की आदतों तक में भी बदलाव करते हुए उन्हें यहां पोर्क यानी सूअर का मांस भी खाना पड़ा.

0

बीफ को लेकर होती रही है राजनीति

2014 में केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद से ही बीफ को लेकर देश में काफी शोर-शराबा मचा हुआ है. बीजेपी की तरफ से कई बार बीफ बैन के पक्ष में बातें कही जाती रही हैं. बीफ खाने को लेकर विरोधी दल बीजेपी पर ये कहते हुए हमला करते रहे हैं कि कई राज्यों में अभी भी लोग बीफ खाते हैं, ऐसे में बीजेपी कानून लाकर पूरे देश में बीफ को क्यों नहीं बैन कर देती?

बीजेपी के त्रिपुरा प्रभारी सुनील देवधर नवंबर 2014 में राज्य के प्रभारी बनाए गए थे. त्रिपुरा में बीजेपी की जीत में देवधर अहम भूमिका मानी जा रही है. हाल ही में हुए चुनाव में त्रिपुरा में BJP ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए 25 साल से सत्ता पर काबिज CPI (M) को हराकर सरकार बनाई है.

ये भी पढ़ें - बीफ खाओ या ‘किस’ करो, पर इसका उत्सव क्यों मनाते हो: वेंकैया नायडू

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×