बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के दिन खत्म होते नजर आ रहे हैं. आज बीजेपी ने मेनीफेस्टो कमेटी (संकल्प पत्र कमेटी) की घोषणा की है. खास बात है कि इसमें नारायण राणे को शामिल किया गया है.
राणे और शिवसेना का छत्तीस का आंकड़ा है. दोनों किसी भी सूरत में एक गठबंधन में शामिल नहीं होना चाहते. इससे पहले महाराष्ट्र कैबिनेट में राणे को शामिल करने पर शिवसेना ने फडनवीस सरकार से समर्थन वापसी की तक धमकी दे डाली थी.
कुल मिलाकर BJP ने एक हद तक साफ कर दिया है कि वो लोकसभा चुनावों में शिवसेना के साथ गठबंधन नहीं करेगी. लातूर में भी कार्यकर्ताओं के सामने भाषण में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने शिवसेना से अलग रास्ता अपनाए जाने के संकेत दिए.
शिवसेना के बगावती तेवरों को देखते हुए बीजेपी ने राणे को अपने पाले में करने की कोशिश बहुत पहले ही शुरू कर दी थी. उन्हें पार्टी के सहयोग से राज्यसभा सीट भी दी गई है.
शाह-फडनवीस ने किया इशारा...
रविवार को लातूर की एक रैली में अमित शाह और देवेंद्र फडनवीस ने भी संकेत दिए कि शिवसेना से गठबंधन के दिन खत्म हो चुके हैं. अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘हमें सभी सीटों पर लड़ाई की तैयारी शुरू करनी है. अगर हमारे साथ सहयोगी जुड़ते हैं तो हमारी तैयारी उनकी मदद करेगी. अगर साथ नहीं आते तो भी उस स्थिति में हम तैयार रहेंगे.’ वहीं सीएम फडनवीस ने दावा किया कि पार्टी इस बार प्रदेश की 48 में से 40 सीटें जीतेगी.
गठबंधन अपने वक्त पर होता रहेगा. लेकिन हमें अभी से 48 सीटों पर चुनाव के लिए तैयारी करनी होगी. अगर गठबंधन होता है, तो हमारे सहयोगियों को इससे मदद मिलेगी. अगर नहीं होता तो हम 48 सीटों पर लड़ेंगे और 40 जीतेंगे.देवेंद्र फडनवीस, मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र
माना जा रहा है अब बीजेपी राज्य की छोटी -छोटी पार्टियों के सहयोग से चुनाव लड़ेगी. 2014 में BJP महाराष्ट्र की 23 सीटों पर जीती थी. वहीं शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
बीजेपी ने बनाईं तीन कमेटियां
बीजेपी ने 2019 के चुनावों के लिए कमर कसना शुरू कर दिया है. पार्टी ने मेनीफेस्टो कमेटी (संकल्प पत्र समिति), प्रचार-प्रसार कमेटी और सामाजिक-स्वयंसेवक संगठन संपर्क कमेटी का गठन भी कर दिया है.
यहां देखिए लिस्ट:
मेनीफेस्टो कमेटी की कमान राजनाथ सिंह के हाथ में है. वहीं प्रचार-प्रसार कमेटी की कमान अरुण जेटली के पास है. 20 सदस्यीय मेनीफेस्टो कमेटी में शिवराज सिंह चौहान, राममाधव, रविशंकर प्रसाद, थावरचंद गहलोत, निर्मला सीतारमण और अरुण जेटली जैसे सीनियर लीडर शामिल हैं.
राणे VS शिवसेना
नारायण राणे और शिवसेना, दोनों एक दूसरे को पसंद नहीं करते. संकल्प पत्र कमेटी में राणे को शामिल कर बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वो शिवसेना के बजाए राणे की पार्टी के साथ गठबंधन करने जा रही है.
राणे एक समय शिवसेना में बाला साहेब ठाकरे के बाद नंबर दो की हैसियत रखते थे. वे 1999 में मुख्यमंत्री भी बने थे. 2005 में वो कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके बाद उन्होंने 2017 में महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी का गठन किया. राणे ने कांग्रेस छोड़ते हुए आरोप लगाया कि पार्टी ने उन्हें सीएम बनाने का वादा किया था, लेकिन कांग्रेस अपने वादे से मुकर गई.
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