पाकिस्तान में गुरु नानक की जन्मस्थली ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले के बाद भारत में सिख समुदाय ने अपना कड़ा विरोध जताना शुरू कर दिया है. ननकाना साहिब की घटना पर शनिवार को बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "अब तक मैंने इस मुद्दे पर कांग्रेस की तरफ से कुछ भी नहीं सुना है. मुझे नहीं पता कि सिद्धू (नवजोत सिंह सिद्धू) पाजी कहां भाग गए हैं?"
मीनाक्षी लेखी ने कहा, अगर इस सबके बाद भी सिद्धू आईएसआई प्रमुख को गले लगाना चाहते हैं, तो कांग्रेस को इस पर गौर करना चाहिए.
ननकाना साहिब पर हमले के खिलाफ भारत में प्रदर्शन शुरू
ननकाना साहिब में हमले की निंदा करने के लिए शनिवार को कई सिख समूह ने नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त के सामने विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस हमले की निंदा की है. उन्होंने आपसी शांति और प्यार को कट्टरपंथ का जवाब भी बताया.
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा-
ननकाना साहिब पर हुआ हमला बेहद निंदनीय है. इस खुल्ली आलोचना की जानी चाहिए. कट्टरपंथ एक खतरनाक और बेहद पुराना जहर है, जिसकी कोई सीमा नहीं होती. केवल प्यार, आपसी सद्भाव भाईचारे और समझ से इसका इलाज किया जा सकता है.
वहीं अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्लामाबाद में अपने समकक्ष इमरान खान के साथ देश में अल्पसंख्यकों के मुद्दे को उठाने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान में अल्संख्यक बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
बता दें, ननकाना साहिब हमला 1955 के पंत-मिर्जा समझौते का उल्लंघन है. इसके तहत भारत और पाकिस्तान हर संभव प्रयास करने के लिए बाध्य हैं कि वह ऐसे पूजा स्थलों की पवित्रता को संरक्षित रखें, जिनमें दोनों देशों के श्रद्धालु जाते हैं.
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