बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections) में अकेले ही चुनाव लड़ेगी. मायावती ने 27 जून को ट्वीट कर बताया कि ' यूपी में BSP किसी भी पार्टी के साथ कोई भी गठबंधन करके नहीं लड़ेगी.' मायावती ने ऐसा ही ऐलान उत्तराखंड चुनावों के लिए भी किया है.
मायावती ने अपने ट्वीट में AIMIM और BSP के गठबंधन की खबरों को खारिज किया. उन्होंने ट्वीट किया, "मीडिया के एक न्यूज चैनल में कल से यह खबर प्रसारित की जा रही है कि यूपी में आगामी विधानसभा आमचुनाव औवेसी की पार्टी AIMIM और बीएसपी मिलकर लड़ेगी. ये खबर पूर्णतः गलत, भ्रामक व तथ्यहीन है. इसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है और बीएसपी इसका जोरदार खंडन करती है."
मायावती ने अपने ट्वीट में स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी सिर्फ पंजाब विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ेगी. पंजाब में बीएसपी ने शिरोमणि अकाली दल के साथ हाथ मिलाया है.
अगले साल होने वाले पंजाब चुनाव के लिए अकाली दल और बीएसपी के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूला भी तय हो गया है. कुल 117 सीटों में से अकाली दल 97 और बीएसपी 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
अखिलेश का भी BSP के साथ गठबंधन से इनकार
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी मायावती के साथ दोबारा गठबंधन करने से इनकार कर चुके हैं. NDTV के साथ एक हालिया इंटरव्यू में अखिलेश ने कांग्रेस और बीएसपी दोनों के साथ गठबंधन की संभावनाएं नकार दीं.
अखिलेश ने NDTV से कहा था कि कुछ बीएसपी नेता उनके संपर्क में हैं लेकिन पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी छोटे दलों के साथ हाथ मिला सकती है.
2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ और 2019 लोकसभा चुनावों में बीएसपी के साथ गठबंधन किया था. हालांकि, इन दोनों ही गठबंधन से कोई फायदा नहीं मिल पाया. दोनों बार बीजेपी ने अच्छी जीत दर्ज की थी.
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