ADVERTISEMENTREMOVE AD

उपचुनाव पर EVM में गड़बड़ी का साया, विपक्ष ने जताया कड़ा विरोध

देश की 4 लोकसभा सीट और 10 विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव पर EVM में गड़बड़ी का साया मंडराता रहा

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

देश की 4 लोकसभा सीट और 10 विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव पर EVM में गड़बड़ी का साया मंडराता रहा. महाराष्ट्र के पालघर और भंडारा गोंदिया, यूपी के कैराना में ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं. यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक विपक्ष ने इसपर कड़ा विरोध जताया. चुनाव आयोग ने EVM में गड़बड़ी की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. साथ ही ये भी कहा EVM में गड़बड़ी के मामले को बढ़ा चढ़ाकर बताया गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

विपक्षी दलों के नेताओं ने जताई आपत्ति

चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि यूपी में एसपी, आरएलडी और कांग्रेस कांग्रेस के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल और बीजेपी नेताओं ने मतदान के दौरान ईवीएम एवं वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी का मामला आयोग के सामने उठाया. आयोग ने भरोसा दिया है कि इस मामले में जरूरी कार्रवाई की जाएगी.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि ''जिन बूथों पर वीवीपैट खराब होने के कारण मतदान दो घंटे से अधिक रुका रहा, उनके बारे में जिला निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मंगाई जा रही है. रिपोर्ट मिलने के बाद उन जगहों पर फिर से वोटिंग के संबंध में फैसला लिया जाएगा.’’

चुनाव आयोग ने ये भी कहा कि गड़बड़ी की वजह अत्यधिक गर्मी भी हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक आयोग ने संभावना जतायी है कि VVPAT मशीनों को लाने - ले जाने में कर्मचारियों के लापरवाही भरे रवैये की वजह से इनमें गड़बड़ी पैदा हुयी होगी. आयोग ने कहा कि अत्यधिक गर्मी के कारण मशीनें गरम होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है.

कैराना में 20 फीसदी VVPAT मशीन बदले गए

आयोग की ओर से देर शाम जारी आंकड़ों के मुताबिक कैराना सीट पर इस्तेमाल की गयी 1705 VVPAT मशीनों में से गड़बड़ी की शिकायतों के चलते 355 वीवीपेट (20.82 प्रतिशत) बदलनी पड़ीं. जबकि भंडारा गोंदिया सीट पर इस्तेमाल की गयी 2149 VVPAT में से गड़बड़ी की शिकायतों वाली 413 वीवीपेट (19.22 प्रतिशत) को बदलना पड़ा. यूपी की नूरपुर विधानसभा सीट पर भी इस्तेमाल की गयी 351 वीवीपेट मशीनों में से 29 मशीनें (8.26 प्रतिशत) बदलनी पड़ीं. जबकि पश्चिम बंगाल की महेशताला विधानसभा सीट पर 12.37 और पंजाब की शाहकोट सीट पर 11.02 प्रतिशत वीवीपेट मशीनें बदलनी पड़ीं.

बता दें कि एसपी नेता रामगोपाल यादव, आरएलडी चीफ अजीत सिंह और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने आयोग से उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा तथा महाराष्ट्र में भंडारा गोंदिया लोकसभा और पालघर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मतदान के दौरान ईवीएम वीवीपेैट में गड़बड़ी आने की शिकायतों का मामला उठाया था.

0

बीजेपी पर पार्टियों का निशाना

शिवसेना और एनसीपी ने ईवीएम खराब होने के लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल प्रदेश के भंडारा गोंदिया लोकसभा उपचुनाव में लगभग 25 फीसदी ईवीएम मशीनों के खराब होने का दावा किया वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल ‘‘ईवीएम मशीनों की चाबी और रिमोट अपने हाथ'' में लेकर चुनाव लड़ रहा है. पटेल ने ये जानना चाहा कि महाराष्ट्र में हो रहे उपचुनाव में सूरत की ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है जबकि ऐसी ही ईवीएम मशीन यहां भी है.

भंडारा के डीएम ने क्या कहा?

भंडारा के डीएम ने कहा है कि भारी गर्मी के कारण कुछ वीवीपीएटी मशीनों में खराबी आ गई थी. जो बाद में दूर कर ली गई, जो मशीन ठीक नहीं हो सकी उसे बदल दिया गया. कुछ ऐसा ही बयान कैराना के डीएम ने भी दिया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

EVM से साथ छेड़छाड़ चलन बन गया है: शिवसेना

शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने उपचुनाव का हवाला देते हुए कहा कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ अब एक चलन बन गया है. उन्होंने कहा, ‘‘पहले बूथ लूटे जाते थे और फर्जी मतदान होता था. अब, ईवीएम की चाबी और रिमोट हाथ में लेकर कुछ लोग चुनाव लड़ते हैं.'' शिवसेना नेता ने कहा, ये देश के लिए खतरे की घंटी है. ये ईवीएम घोटाला इसलिए हो रहा है क्योंकि आप (बीजेपी ) सत्ता में हैं.

इस बीच पालघर लोकसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र गावित ने कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में हुई खराबी की शिकायत मिलने के बाद मतदान का समय बढ़ाए जाने की मांग की है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

वोटिंग का क्या रहा हाल?

  • कैराना लोकसभा सीट पर 54 फीसदी और नूरपुर विधानसभा सीट पर 61 फीसदी वोटिंग
  • झारखंड के गोमिया में 62 फीसदी और सिल्ली में 75 फीसदी से अधिक मतदान
  • उत्तराखंड के थराली में 53 फीसदी मतदान

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×