महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर लगे पुलिस ट्रांसफर और पोस्टिंग रैकेट के आरोपों के बाद CBI ने जांच के लिए महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे (Sitaram Kunte) और DGP संजय पांडे (Sanjay Pandey) को समन भेजा है.
खबरों के मुताबिक कुंटे और पांडेय दोनों CBI के ऑफिस नहीं जाएंगे और उनका कहना है कि उनके बयान उनके ही ऑफिस में लिए जाने चाहिए. पिछले कुछ समय में पहली बार देखा गया है कि राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को सीबीआई ने जांच के लिए समन भेजा है.
इंटेलिजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला किया था भंडाफोड़
खबरों की मानें तो अनिल देशमुख पर लगे पुलिस ट्रांसफर और पोस्टिंग रैकेट के आरोपों में ये समन भेजा गया है.
तत्कालीन इंटेलिजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला ने फोन टैपिंग के जरिये इस रैकेट का भंडाफोड़ किया था. उस समय राज्य के ACS होम के पद पर सीताराम कुंटे थे. इसीलिए CBI इस मामले की जांच में कुंटे से पूछताछ करना चाहती है.
पिछले तीन महीने से फरार चल रहे हैं देशमुख
पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के ऊपर 100 करोड़ की धन उगाही के आरोप लगाए थे.
उसके बाद से सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अनिल देशमुख बीते 3 महीनों से फरार चल रहे हैं और वह जानबूझकर सामने आने से बच रहे.
आपको बता दें कि सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच कर रही है और अनिल देशमुख इसमें निशाने पर हैं.
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