BJP first list of candidates for Chhattisgarh: बीजेपी ने गुरुवार, 17 अगस्त को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी. यह लिस्ट चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही जारी कर दी गई है.
बीजेपी की ओर से यह घोषणा PM मोदी की अध्यक्षता में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के ठीक एक दिन बाद आई है. केंद्रीय चुनाव समिति पार्टी के चुनावी उम्मीदवारों के चयन और चुनाव रणनीतियों की तैयारी पर निर्णय लेती है.
पार्टी ने 90 विधानसभा सीटों वाले छत्तीसगढ़ के लिए 21 उम्मीदवारों की घोषणा की. आइए इस लिस्ट पर बारीकी से नजर डालकर देखते हैं कि यह लिस्ट बीजेपी की किस रणनीति की तरफ इशारा कर रही है? और पहली लिस्ट में किस जाति पर फोकस किया गया है.
छत्तीसगढ़: पहली लिस्ट पर एक नजर
छत्तीसगढ़: पहली लिस्ट में कितने पुरुष और कितनी महिलाओं को जगह?
छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए बीजेपी की पहली सूची में कुल 21 उम्मीदवारों का नाम है जिसमें पांच महिला उम्मीदवार हैं.
छत्तीसगढ़: पहली लिस्ट में किस जाति के उम्मीदवारों को मौका?
छत्तीसगढ़ के लिए, पार्टी ने पहली लिस्ट में 21 उम्मीदवारों में से 1 अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों और 10 अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों को चुना है.
बड़े नामों पर नजर
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने पाटन से लोकसभा सांसद विजय बघेल, प्रेमनगर से भूलन सिंह मरावी, भटगांव से लक्ष्मी राजवाड़े, प्रतापपुर (एसटी सीट) से शकुंतला सिंह पोर्थे, सरायपाली (एससी) से सरला कोसरिया और खल्लारी से अलका चंद्राकर को मैदान में उतारा है.
पहली सूची से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम गायब हैं.
पार्टी ने चुनावों की घोषणा के पहले ही लिस्ट जारी क्यों की?
माना जा रहा है पार्टी के इस फैसले की एक वजह यह हो सकती है कि पार्टी आलाकमान विधानसभा चुनावों से बहुत पहले ही पार्टी के अंदर मौजूद अंतरकलह को कंट्रोल करना चाहता है. उद्देश्य है कि अंदरूनी तकरारों को समय से पहले पहचाना और हल किया जा सके.
ऐसे अलावा खास बात यह है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में जिन सीटों को चुना गया है, उनमें से ज्यादातर पार्टी के लिए कठिन सीट रही हैं.
पार्टी को पहले ही इस साल की शुरुआत में कर्नाटक चुनाव में बड़ा डेंट लग चुका है. पार्टी 2024 के आम चुनावों से पहले एमपी और छत्तीसगढ़ जैसे अहम राज्यों में विधानसभा चुनाव में हारने का रिस्क नहीं ले सकती.
बता दें कि इस साल के आखिर में राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के साथ छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं.
पिछले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन
2018 के राज्य चुनावों में, बीजेपी ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश दोनों में सत्ता खो दी. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों में से केवल 15 सीटों पर जीत हासिल की थी.
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