चुनाव में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की खबरें हमेशा से आती रही हैं. अब आने वाले लोकसभा चुनावों में भी कई लोग ऐसे मुद्दे उठा सकते हैं. इससे ठीक पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि ईवीएम के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. उनका कहना है कि स्पेशलिस्ट की टीम लगातार इस पर नजर रखे हुए है. इसीलिए किसी भी तरह की गड़बड़ी मुमकिन नहीं है.
ऐसी टीम जिसे खरीदा नहीं जा सकता
चुनाव आयुक्त ने कहा कि उनके पास ऐसी ईवीएम टेक्निकल टीम है जिसके किसी भी मेंबर को खरीदा नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस टीम मे ऐसे लोग नहीं हैं जिनसे संपर्क साधा जा सकता है. इन्हें न तो बहकाया जा सकता है और न ही इन पर किसी तरह का कोई दबाव बना सकता है. ईवीएम पूरी तरह से कुशल टेक्नीशियनंस के हाथों में है.
मैं आपकी आंखों में आंख डालकर लेकिन विनम्रता और गर्व के साथ कह सकता हूं कि भारतीय चुनाव आयोग कोई व्यक्ति नहीं है, बल्कि यह संविधान निर्माताओं की बनाई गई एक संस्था है. मुझे विश्वास है कि हम एक विश्वसनीय, निष्पक्ष, तटस्थ और नैतिक चुनाव कराने में सफल होंगे.सुनील अरोड़ा, मुख्य चुनाव आयुक्त
ईवीएम को हैक करने वाली कोई मशीन नहीं
लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम पर बोलते हुए अरोड़ा ने कहा, भारत के हर व्यक्ति को यह जान लेना चाहिए कि ऐसी कोई भी मशीन नहीं है जिससे ईवीएम के साथ कोई छेड़छाड़ की जा सकती है. लोगों को यह समझना होगा कि छेड़छाड़ और गड़बड़ी में फर्क होता है. अगर आप कोई नई कार खरीदते हैं तो वो एक हफ्ते में भी खराब हो सकती है.
हर चुनाव के नतीजे अलग
चुनाव आयुक्त ने कहा कि मैं आमतौर पर इंटरव्यू नहीं देता हूं, लेकिन ईवीएम पर हंगामे के चलते मुझे दो-तीन बार बोलना पड़ा है. जब 2014 के इलेक्शन हुए तो रिजल्ट लोगों ने देखा, इसके बाद दिल्ली विधानसभा के नतीजे बिल्कुल अलग थे, वहीं हाल ही में हुए पांच राज्यों के चुनाव में नतीजे अलग थे, उधर उपचुनावों के नतीजों में भी अंतर देखा गया है. इसीलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि ईवीएम का गलत इस्तेमाल हुआ. ‘पीजीआईएमईआर' के एक नए शैक्षणिक सत्र के उद्घाटन के दौरान उन्होंने यह बातें कहीं.
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