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BJP के खिलाफ गैर कांग्रेस फ्रंट बनाने की कवायद, ममता ने KCR-स्टालिन से बात की

"किसी भी क्षेत्रीय दल के कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं. कांग्रेस अपने रास्ते जाएगी, हम अपने रास्ते जाएंगे"

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने देश में गैर-बीजेपी सपोर्टिंग पार्टियों का मौर्चा तैयार करने की कवायद में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (CM KCR) और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन (MK Stalin) से फोन पर बातचीत की.

दोनों मुख्यमंत्रियों से उन्होंने विपक्षी मुख्यमंत्रियों की एक बैठक पर चर्चा की. साथ ही ममता ने यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस को इसके लिए आमंत्रित नहीं किया गया है.

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ममता बनर्जी ने कांग्रेस को लेकर कहा, "किसी भी क्षेत्रीय दल के कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं. कांग्रेस पार्टी अपने रास्ते जाएगी, हम अपने रास्ते जाएंगे."

उन्होंने कहा कि, "कांग्रेस और वाम दलों को बीजेपी के खिलाफ अन्य विपक्षी दलों के साथ आने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी. कांग्रेस और वामपंथी बंगाल में तृणमूल के कटु प्रतिद्वंद्वी हैं, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करने के प्रयासों को बाधित किया है."

ममता की मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत के संबंध में उन्होंने कहा, "देश का संघीय ढांचा चरमरा गया है... देश के संविधान को तोड़ा जा रहा है. इसकी रक्षा के लिए हम सभी को एक साथ आने की जरूरत है."

उन्होंने आगे कहा, "एक साथ, हम संघीय ढांचे की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं. सभी क्षेत्रीय दलों को एक दिशा में आना चाहिए."

एमके स्टालिन ने ममता को दिया आश्वासन

वैसे तो कांग्रेस तमिलनाडु में एमके स्टालिन की डीएमके पार्टी की सहयोगी हैं लेकिन स्टालिन ने ट्वीट कर लिखा, "प्यारी ममता दीदी ने मुझे फोन करके गैर-बीजेपी शासित राज्यों के राज्यपालों द्वारा संवैधानिक अतिक्रमण और सत्ता का बेशर्मी से दुरुपयोग के चलते उन्होंने विपक्षी मुख्यमंत्रियों की बैठक का सुझाव दिया है."

आगे उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "मैंने उन्हें राज्य की स्वायत्तता बनाए रखने के लिए डीएमके की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया है. दिल्ली में जल्द ही विपक्षी मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होगा!"

वहीं ममता बनर्जी ने साथ ही यह भी कहा, "देश को तभी बचाया जा सकता है जब यूपी (बीजेपी के खिलाफ) सुरक्षित रहे. अगर हम 2024 में नरेंद्र मोदी को हराना चाहते हैं, तो यूपी और बंगाल जैसे बड़े राज्य सबसे ज्यादा मायने रखेंगे."

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