कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा को शपथ दिलाए जाने के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वे एक दिन के मुख्यमंत्री हैं. कांग्रेस ने कहा कि राज्यपाल ने संविधान का 'एनकाउंटर' किया है, इसके विरोध में शुक्रवार को पूरे देश में 'प्रजातंत्र बचाओ दिवस' मनाया जाएगा.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से कहा, ''येदियुरप्पा एक दिन के मुख्यमंत्री साबित होंगे. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि येदियुरप्पा की ओर से राज्यपाल को दिया गया पत्र शुक्रवार साढ़े 10 बजे कोर्ट के सामने पेश किया जाए. येदियुरप्पा सिर्फ 104 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा कैसे कर सकते हैं.''
'संविधान के एनकाउंटर' का आरोप
रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि 'एक दिन के मुख्यमंत्री' येदियुरप्पा बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ''राज्यपाल वजुभाई ने लोकतंत्र के वजूद की दिनदहाड़े हत्या कर डाली. पहले नरेंद्र मोदी के लिए उन्होंने विधानसभा की सीट का त्याग किया था और कल संविधान और लोकतंत्र का त्याग कर दिया.''
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ''राज्यपाल ने पहले सरकार बनाने का आमंत्रण दिया, तो संविधान का एनकाउंटर शुरू किया था और आज एक अल्पमत वाली पार्टी के नेता को शपथ दिलाकर एनकाउंटर पूरा कर दिया. हम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और येदियुरप्पा को चुनौती देते हैं कि आप कल ही विधानसभा में बहुमत साबित कर दिखाएं."
देशभर में धरना-प्रदर्शन
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने फैसला किया है कि शुक्रवार को पार्टी 'प्रजातंत्र बचाओ दिवस' मनाएगी. सभी जिला मुख्यालयों और राज्य मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. जनता को बताया जाएगा कि कर्नाटक में किस तरह से सत्ता के लालच में 'लोकतंत्र की हत्या' की गई है.
सुरजेवाला ने कहा कि इस देश में एक संविधान और एक ही कानून होगा, अगर सबसे बड़ी पार्टी का तर्क बीजेपी के लोग दे रहे हैं, तो सबसे पहले बिहार, गोवा और मणिपुर की सरकारों को इस्तीफा दे देना चाहिए.
बता दें कि येदियुरप्पा को गुरुवार राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. बुधवार देर रात सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. राज्यपाल वजुभाई वाला ने बुधवार येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्यौता दिया था. इसके बाद रात में ही कांग्रेस ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था.
बता दें कि राज्य में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में प्रदेश की 224 सदस्यीय विधानसभा में 222 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 38 सीटें मिली हैं. फिलहाल, बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 112 है.
(इनपुट: भाषा)
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