कांग्रेस के सीनियर और पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं में से एक गुलाम नबी आजाद ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. उन्होंने पीएम मोदी को एक जमीन से जुड़ा हुआ नेता बताया, साथ ही कहा कि लोगों को उनसे ये सीखना चाहिए कि कैसे कामयाबी मिलने के बाद भी अपनी जड़ों को याद रखा जाता है. आजाद ने कश्मीर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी की तारीफ की.
‘पीएम ने नहीं छिपाई अपनी असलियत’
गुलाम नबी आजाद ने अपने संबोधन में पीएम मोदी के चाय बेचने को लेकर दिए गए बयानों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि,
“मुझे कई नेताओं की कई बातें अच्छी लगती हैं. मैं गांव से हूं, मुझे इस बात का फक्र है. हमारे प्रधानमंत्री भी कहते हैं कि मैं गांव से था, कुछ भी नहीं था, बर्तन मांजता था, चाय बेचता था. सियासी तौर पर हम उनके खिलाफ हैं, लेकिन उन्होंने कम से कम अपनी असलियत को नहीं छिपाया. जो आपने अपनी असलियत छिपाई तो इसका मतलब आप एक आरजी दुनिया में रहते हैं.”
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, मैं कई देशों में घूमा हूं, फाइव और सेवन स्टार होटलों में गया हूं, लेकिन जब मैं अपने गांव के लोगों के साथ बैठता हूं तो उसकी एक अलग ही खुशबू होती है. आजाद ने कश्मीर की आर्थिक हालत ठीक करने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमें कश्मीर में विकास तीन गुना तेजी से करना होगा. इसके लिए आजाद ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर के लिए फंड की भी मांग की.
इससे पहले जब गुलाम नबी आजाद राज्यसभा से रिटायर हो रहे थे तो, पीएम मोदी ने उनकी जमकर तारीफ की थी. उनके कुछ किस्सों को याद करते हुए पीएम मोदी संसद में भावुक भी हो गए थे.
अपनी पार्टी को कांग्रेस नेताओं की नसीहत
बता दें कि गुलाम नबी आजाद भी कांग्रेस के उन 23 नेताओं में शामिल हैं, जो पार्टी के कामकाज के तरीकों से नाराज चल रहे हैं. साथ ही अध्यक्ष पद को लेकर भी चिंता जाहिर कर चुके हैं. इस बयान से ठीक एक दिन पहले ही इन सभी नेताओं की एक बैठक हुई थी, जिसमें कहा गया कि पार्टी कमजोर हुई है और इसे मजबूत करने की जरूरत है, उन्होंने पार्टी आलाकमान को इस बात को स्वीकार करने की भी नसीहत दी.
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