कांग्रेस के एक और नेता कीर्ति आजाद (Kirti Azad) के मंगलवार को पार्टी छोड़कर ममता बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है. आजाद के करीबी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद और राहुल गांधी के करीबी अशोक तंवर भी मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
कीर्ति आजाद के बारे में सूत्रों ने कहा कि वो खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे थे और इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया. कांग्रेस नेता ने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके. वह पहले बीजेपी के साथ थे, लेकिन नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी, आजाद की पत्नी भी दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं.
पूर्व क्रिकेटर आजाद बिहार के दिवंगत मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे हैं. टॉप नेतृत्व की कार्यशैली से खफा कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के लिए तृणमूल कांग्रेस नया ठिकाना बनती जा रही है.
इससे पहले लुईजन्हो फलेरियो, जो गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री थे और सोनिया गांधी के करीबी थे और पार्टी की कार्यकारी समिति के सदस्य थे, तृणमूल में शामिल हुए और बाद में राज्यसभा के लिए चुने गए.
कांग्रेस की पूर्व महिला विंग की अध्यक्ष सुष्मिता देव की भी ममता की पार्टी में शामिल होने के बाद फलेरियो तृणमूल में शामिल हो गए.
राहुल गांधी के खेमे में जगह नहीं पा रहे कांग्रेसी नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं. फलेरियो के जाने से गोवा चुनाव पर असर पड़ेगा क्योंकि वह पांच सदस्यीय कांग्रेस विधायक दल के विधायकों में से एक थे.
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