दिल्ली में लोकसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन पर अंतिम फैसला अभी भी नहीं हुआ है. अब पार्टी के प्रदेश प्रभारी पीसी चाको ने एक बार फिर गठबंधन की हवा तेज कर दी है. एक तरफ जहां शीला दीक्षित ने दिल्ली में आप के साथ किसी भी तरह के गठबंधन खतरनाक बता दिया है, वहीं पीसी चाको लगातार आप से गठबंधन की कोशिशों में जुटे हैं.
न्यूज एजेंसी एनआई के मुताबिक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लेटर लिखकर कहा है कि दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन भविष्य में पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है.
क्या बोले चाको?
पीसी चाको ने एक बार फिर दोहराया है कि हमें बीजेपी को हराने के लिए आप से गठबंधन करना होगा. उन्होंने कहा, 'जहां तक मुझे पता है कि दिल्ली के सीनियर नेता सोच रहे हैं कि अभी बीजेपी को हराना ही पार्टी की प्राथमिकता है, लेकिन ऐसा करने के लिए हमें आम आदमी पार्टी से गठबंधन करना होगा और यही पार्टी के ज्यादातर नेता भी सोचते हैं.
राहुल गांधी लेंगे फैसला
पीसी चाको ने कहा है कि राहुल गांधी ही गठबंधन पर आखिरी फैसला लेंगे. उन्होंने कहा, 'हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आने वाले कुछ दिनों में फैसला लेंगे. हमारी पार्टी उन सभी पार्टियों का समर्थन ले रही है जो भी बीजेपी के खिलाफ हैं. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली के नेता भी इसी पॉलिसी को फॉलो करेंगे.'
एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि एनसीपी नेता शरद पवार कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन कराने के लिए मध्यस्थता कर रहे हैं.
कांग्रेस में गठबंधन को लेकर घमासान
5 मार्च को कांग्रेस के राहुल गांधी ने आप के साथ गठबंधन पर प्रदेश के नेताओं के साथ एक बैठक की थी. इस बैठक के बाद शीला दीक्षित ने मीडिया को बताया था कि राहुल गांधी के साथ बैठक में आप के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला हुआ है. लेकिन, दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन और दिल्ली प्रभारी पी सी चाको गठबंधन के समर्थन में नजर आ रहे हैं.
बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं की राय जानने के लिए एक सर्वे भी करा रही है. सर्वे को लेकर अजय माकन ने कहा था कि राहुल गांधी के आदेश पर यह सर्वेक्षण हो रहा है. माकन ने ये भी कहा था कि इसकी निगरानी सीधे राहुल गांधी के लेवल पर हो रही है. सर्वे पर कोई सवाल उठाता है तो यह सीधे तौर पर राहुल गांधी पर सवाल है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)