राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर (Jaipur) में कांग्रेस (Congress) ने महंगाई के खिलाफ महारैली की. विद्याधर नगर स्टेडियम में हुई इस रैली में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) समेत देशभर के दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे. रैली में महंगाई (Inflation) से लेकर कोरोना, किसान आंदोलन और बेरोजगारी जैसे मामलों पर केंद्र सरकार को घेरा गया.
रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, हिंदू और हिंदुत्ववादी शब्द एक नहीं है, ये दो अलग-अलग शब्द हैं और इनका अर्थ भी अलग है. मैं हिंदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं, महात्मा गांधी हिंदू थे और गोडसे हिंदुत्ववादी. चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है.
आगे उन्होंने कहा, "हिंदुत्ववादी अपनी पूरी जिंदगी सत्ता को खोजने में लगा देता है उसको सत्य से कुछ लेना देना नहीं है उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और उसके लिए वो कुछ भी कर देगा".
ये देश हिंदूओं का देश है हिंदुत्ववादियों का नहीं है और आज इस देश में महंगाई, दर्द, दुख है तो ये काम हिंदुत्ववादियों ने किया है. हिंदुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए.महंगाई हटाओ रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी
आगे उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगपतियों के हाथ में है. हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है. मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं. देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे हैं.
राहुल बोले, हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है. वह सत्ता के लिए किसी को भी मार देगा. हिंदू का रास्ता सत्याग्रह होता है और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह होता है. राहुल ने तल्ख अंदाज में कहा कि मैं हिंदू हूं और मैं किसी से नहीं डरता. चाहे सत्ता मिले या ना मिले.
मुख्य बात ये रही कि कांग्रेस ने अपनी इस रैली में मुख्य वक्ता के रूप में राहुल गांधी पर ही पूरे तरीके से फोकस रखा. रैली में कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी भी आईं लेकिन बोली कुछ नहीं.
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