कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर कहा है कि पिछला एक साल देश के लिए भारी निराशा, कुप्रबंधन और असीम पीड़ा देने वाला रहा है.
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘भारत एक ऐसे मुकाम पर आकर खड़ा है, जहां देश के नागरिक सरकार की तरफ से दिए गए अनगिनत घावों और निष्ठुर असंवेदनशीलता की पीड़ा सहने को मजबूर हैं.’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ढोल नगाड़े बजाकर बड़े-बड़े वादे कर सत्ता में आई यह सरकार देश को सामान्य रूप से चलाने की एक छोटी सी उम्मीद भी पूरा करने में नाकाम रही और उपलब्धि के नाम पर शून्य साबित हुई है.’’
केसी वेणुगोपाल ने कुछ आंकड़ों के जरिए मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा
- पिछले 21 महीनों से जीडीपी ग्रोथ लगातार गिर रही है.
- क्रेडिट सुइस रिपोर्ट के हिसाब से भारत में 73 सालों में सबसे ज्यादा आय असमानता है. ऑक्सफैम के मुताबिक, भारत की 45 फीसदी से ज्यादा दौलत 1 फीसदी लोगों के पास है.
- पीएम मोदी हर साल 2 करोड़ रोजगार देने के वादे के साथ सत्ता में आए थे. मगर भारत में साल 2017-18 में 45 सालों की सबसे ऊंची बेरोजगारी दर रही. CMIE के मुताबिक, COVID के बाद, भारत की बेरोजगारी दर अभूतपूर्व 27.11 % तक पहुंच गई.
- मोदी सरकार ने MSP के तौर पर कॉस्ट + 50% प्रॉफिट और किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. 6 सालों में मोदी सरकार एक बार भी वादे से हिसाब से MSP फिक्स नहीं कर पाई.
- पीएम फसल बीमा योजना बीमा कंपनियों को फायदा पहुंचाने वाली स्कीम बन गई है.
- भारत ग्लोबल हंगर इंडेक्ड में 117 देशों में 102वें नंबर की बेहद खराब रैंक पर आ गया.
- 'मिनिमम गवर्मेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' नीति 'मैक्सिमम गवर्मेंट, जीरो गवर्नेंस' में बदल गई है.
- दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में से 21 अब भारत में हैं. भारत पर्यावरणीय स्वास्थ्य को लेकर दुनिया का चौथा सबसे खराब देश बन गया है.
कांग्रेस ने बीजेपी की अगुवाई वाली मोदी सरकार को लेकर कहा, ''बीजेपी ने विकास का झूठा सपना दिखाकर देश के भाग्य में तबाही लिखी है. बेरोजगारी चरम पर है, अर्थव्यवस्था डगमगा रही है, रुपये की कमर तोड़ दी है और सबसे निर्लज्ज बात ये है कि बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री कोरोना महामारी में भी झूठ बोलने से बाज नहीं आए.''
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘पिछले 6 सालों में देश में भटकाव की राजनीति और झूठे शोरगुल की पराकाष्ठा मोदी सरकार के कामकाज की पहचान बन गई. दुर्भाग्यवश, भटकाव के इस आडंबर ने मोदी सरकार की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा तो किया, लेकिन देश को भारी सामाजिक और आर्थिक क्षति पहुंचाई.’’
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