कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को बीजेपी और आरएसएस की तुलना महाभारत के कौरवों से की और कहा कि दोनों संगठन 'सत्ता के लिए लड़ने' के लिए बने हैं. राहुल गांधी ने कहा- 'सदियों पहले कुरुक्षेत्र में महासंग्राम हुआ था, जिसमें कौरव शक्तिशाली और अहंकारी थे. जबकि पांडव विनम्र थे, जिन्होंने सच्चाई के लिए युद्ध किया.’
राहुल गांधी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिए बगैर उनकी अलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि 'वे (बीजेपी) ऐसे शख्स को अपना अध्यक्ष स्वीकार कर सकते हैं, जिनके ऊपर हत्या का आरोप है. लेकिन कांग्रेस में ऐसा नहीं हो सकता, क्योंकि ये सच्चाई का संगठन है."
राहुल गांधी के संबोधन की खास बातें
राहुल गांधी अपने संबोधन में बीजेपी की नीतियों पर जमकर बरसे, पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि मोदीजी अब सूट नहीं पहनते, अब वो सोच रहे हैं कि गुजरात तो निकल गया लेकिन शायद 2019 न निकल पाए. राफेल को लेकर भी राहुल ने बीजेपी पर आरोप लगाया.
अल्पसंख्यकों के लिए बीजेपी की नीति पर राहुल ने कहा-वो मुस्लिम जो कभी भी पाकिस्तान नहीं गए हैं और अपने महान देश का समर्थन करते हैं. उनसे कहा जाता है कि आप यहां के नहीं हैं
राहुल गांधी ने कांग्रेस के लिए भविष्य का खांका भी कार्यकर्ताओं से साझा किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच दीवार है, मेरा पहला काम उस दीवार को तोड़ने का होगा.
राहुल गांधी ने कहा कि वो कांग्रेस को उसी स्तर पर ले जाना चाहते हैं, जहां वो 70-80 साल पहले थी. उन्होंने कहा कि 70-80 साल पहले गांधी-नेहरू, आजाद, जनजीवन राम, वल्लभभाई पटेल पूरी लिस्ट थी. वैसी ही कांग्रेस पार्टी में देखना चाहता हूं
आरएसएस पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, "गांधी ने देश के लिए 15 साल कारावास की यातना झेली. भारत को नहीं भूलना चाहिए कि हमारे नेता जेल में फर्श पर सोए थे, लेकिन (दामोदर विनायक) सावरकर ने दया और रहम की मांग करते हुए ब्रिटिश सरकार को पत्र लिखा था."
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