हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और उसकी हत्या की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा सुनाई जानी चाहिए. हरसिमरत ने कहा, बलात्कार के मामलों में पीड़िता की उम्र जितनी हो उतने महीने में फैसला सुनाया जाना चाहिए और दोषियों को दया याचिका दायर करने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए.
बादल ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह के जघन्य अपराध दर्शाते हैं कि ‘‘हमने अपनी बेटियों को विफल किया है. समय आ गया है कि हम इस बारे में कुछ करें.’’
नहीं हो दया याचिका का प्रावधान
उन्होंने कहा कि जब किसी दोषी को मौत की सजा सुना दी जाए तो दया याचिका के लिए कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए. उन्होंने तेजी से सुनवाई और कड़े दंड की वकालत करते हुए कहा, ‘‘मैं सरकार से अपील करती हूं कि बलात्कार के मामलों में पीड़िता की उम्र के बराबर महीने में फैसला सुनाया जाना चाहिए. अगर पीड़िता की उम्र 20 साल है तो सुनवाई 20 महीने में पूरी होनी चाहिए.’’
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)