कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद वहां के हालात पर देशभर में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं. आरोप लग रहे हैं कि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. इन सभी आरोपों के बीच अब सीपीआई (एम) के पूर्व विधायक मोहम्मद युसुफ तारिगामी ने मीडिया के सामने आकर कश्मीर के लोगों का हाल बताया है. कश्मीर का हाल बताते हुए तारिगामी भावुक भी हो गए. उन्होंने कहा कि कश्मीर में लोगों को घुटन हो रही है.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत सीपीआई (एम) के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने की. उन्होंने कहा कि पिछले 40 से ज्यादा दिनों से कश्मीर में पाबंदिया लागू हैं. लोग परेशान हैं, लोगों को ठीक से इलाज नहीं मिल पा रहा है. येचुरी ने कहा कि सरकार जो दावा कर रही है, जमीनी हकीकत उससे उलट है. लोग रोजी-रोटी के लिए कुछ भी काम नहीं कर पा रहे हैं.
सरकार दावा कर रही है कि सभी लैंडलाइन सर्विस शुरू कर दी गई हैं, लेकिन हमारी पार्टी के नेता तारिगामी के घर की दो लैंडलाइन आज भी काम नहीं कर रही हैं.
येचुरी के बाद युसुफ तारिगामी ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद देना चाहता हूं कि मुझे राजधानी दिल्ली में आने की आजादी दी गई. उन्होंने कहा,
“मैंने कश्मीर में कई बुरे हालात देखे हैं. मैंने अपने परिजनों को भी खोया है. लेकिन मैंने ऐसा भयानक वक्त कभी नहीं देखा. आज सरकार उन्हीं लोगों पर अत्याचार कर रही है, जिन्होंने उसे अपनी रक्षा करने के लिए चुना था. बीजेपी का दावा है कि कश्मीर में एक भी गोली नहीं चली, कोई नहीं मारा गया. लेकिन सच्चाई ये है कि कश्मीरी धीरे-धीरे मर रहे हैं. वहां धीरे-धीरे घुटन हो रही है.”युसुफ तारिगामी, सीपीआई(एम) नेता
तारिगामी ने आगे कहा, ‘आज कश्मीर आसमान के तारे नहीं मांग रहा है, बस इतना कह रहा है कि हमें भी साथ लेकर चलो. अगर किसी और शहर में 7 दिन इंटरनेट और टेलीफोन बंद रहे तो सोचिए क्या हाल होगा? एक कश्मीरी बोल रहा है कि हमें भी जिंदा रहने का हक है और हमें भी जीने दीजिए.’
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी तारिगामी को राहत
कश्मीर में पाबंदियों के बीच तारिगामी की तबीयत खराब हुई, जिसके बाद सीताराम येचुरी ने उनसे मिलने की कोशिश की. लेकिन उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं दी गई. जिसके बाद येचुरी ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कश्मीर जाकर अपनी पार्टी के नेता से मिलने की इजाजत दे दी. येचुरी के कश्मीर जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने तारिगामी को दिल्ली के एम्स में इलाज कराने की इजाजत भी दे दी थी. जिसके बाद तारिगामी दिल्ली आए और उन्होंने एम्स में इलाज करवाया. अब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें वापस अपने घर जाने की भी इजाजत दे दी है.
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