दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 13 वार्डों में हुए उपचुनावों के नतीजे आ चुके हैं. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 5 सीटों पर जीत हासिल कर बीजेपी को करारा जवाब दिया है.
वहीं कांग्रेस ने भी 4 सीटें जीतकर अच्छी वापसी की है. दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिए इस चुनाव को एक ‘टेस्ट’ के तौर पर देखा जा रहा था, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी बीते 10 साल से लगातार एमसीडी पर काबिज रही है. लेकिन इस चुनाव में बीजेपी के खाते में महज 3 सीटें आईं.
उपचुनाव के नतीजों पर एक नजर:
आम आदमी पार्टी - 5 पार्षद
- बल्लीमारान (वार्ड 86) - मोहम्मद सादिक
- नानकपुरा (वार्ड 168) - अनिल मलिक
- तेहखंड (वार्ड 199) - अभिषेक विधुड़ी
- मटियाला (वार्ड 136) - रमेश
- विकास नगर (वार्ड 124) - अशोक कुमार
कांग्रेस - 4 पार्षद
- कमरुद्दीन नगर (वार्ड 44) - अशोक भारद्वाज
- खिचड़ीपुर (वार्ड 214) - आनंद कुमार
- मुनिरका (वार्ड 166) - योगिता राठी
- झिलमिल (वार्ड 238) - पंकज
भारतीय जनता पार्टी - 3 पार्षद
- वजीरपुर (वार्ड 67) - डॉ महेंद्र नागपाल
- शालीमार बाग नार्थ (वार्ड 55) - भुपिंदर मोहन भंडारी
- नवादा (वार्ड 126) - कृष्ण गहलोत
निर्दलीय - 1 पार्षद
- भाटी (वार्ड 176) - पवन कुमार (जीत के बाद दावा किया कि कांग्रेस में जाएंगे)
टीम केजरीवाल ने नहीं छोड़ी कोई कसर
इस उपचुनाव में 13 वार्डों के कुल 95 उम्मीदवार मैदान में थे. आम आदमी पार्टी ने भी एमसीडी चुनाव में पहली बार अपने उम्मीदवार उतारे थे. चूंकि वोटिंग का आधार केजरीवाल सरकार के एक साल के कामकाज को होना था, इसलिए मनीष सिसोदिया, कुमार विश्वास, संजय सिंह और दिलीप पाण्डेय समेत पूरी केजरीवाल कैबिनेट चुनाव कैंपेन में लगी थी.
AAP के बागी भी थे चुनाव में
आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक विनोद कुमार बिन्नी भी बीजेपी के टिकट पर खिचड़ीपुर वार्ड से चुनाव में खड़े थे. लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवार ने उन्हें मात दे दी.
BJP के लिए था साख का सवाल
वहीं बीजेपी के लिए यह चुनाव साख का सवाल था. इसका सवाल इससे पता चलता है कि उसके उम्मीदवारों में से तीन पूर्व विधायक रहे हैं, जो कि पिछले साल असेंबली में हार के बाद हाशिए पर चले गए थे. पार्टी ने उन्हें निगम चुनाव में उतारकर इस चुनाव को और अहमियत दे दी थी.
वोट प्रतिशत में AAP से आगे रही BJP
गौरतलब है कि एमसीडी के 13 वार्ड्स में उपचुनाव के लिए रविवार को कुल 45.90 फीसदी ही मतदान हुआ था. आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा भाटी वार्ड में 64 फीसदी और सबसे कम मटियाला वार्ड में 33 फीसदी मतदान हुआ. लेकिन 13 में से 5 वार्डों में जीत हासिल करने के बाद भी कुल वोट शेयर में आम आदमी पार्टी, बीजेपी से पीछे रही है.
वैसे ‘दिल्ली की राजनीति’ के जानकार इस उपचुनाव को 2017 में होने वाले एमसीडी चुनाव का ट्रेलर मान रहे हैं और इस रिजल्ट को सेमीफाइनल करार दे रहे हैं.
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