गोवा में बीजेपी सरकार बनने के बाद आलोचनाओं का सामना कर रहे कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन का उनका प्रस्ताव उनकी ही पार्टी के नेताओं ने ‘नकार' दिया था.
गोवा में पार्टी के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने कहा कि गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन हो जाता तो कांग्रेस को राज्य में बहुमत मिलता और अब इस मामले में उन्हें ‘खलनायक' बनाना ठीक नहीं है. सिंह ने सोशल मीडिया ट्विटर पर सिलसिलेवार ट्वीट कर अपना पक्ष रखा है.
रणनीति के तहत मैंने बाबुश मोनसराटेट की अगुवाई वाली क्षेत्रीय पार्टी और विजय सरदेसाई की गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ एक धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का प्रस्ताव दिया था. बाबुश के साथ हमारा गठबंधन हो गया और हमने पांच में से तीन सीटों पर जीत हासिल की, जबकि गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन को हमारे ही नेताओं ने नकार दिया... दुखद.दिग्विजय सिंह, कांग्रेस नेता
उल्लेखनीय है कि पणजी विधानसभा में कांग्रेस ने एंटासियो (बाबुश) मोनसराटेट की यूनाइटेड गोवा पार्टी के साथ गठबंधन किया था और उनके चार समर्थकों को पार्टी का टिकट दिया था. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘गोवा फॉरवर्ड को चार में से तीन सीटों पर जीत मिली. अगर हमने गोवा फॉरवर्ड के साथ गठबंधन किया होता, तो हमारे पास 22 सीटें होतीं.''
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘अगर अब भी दिग्विजय दोषी हैं? मैं इसका निर्णय आप पर छोड़ता हूं.’
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