कर्नाटक चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री के लिए चले 5 दिन के मंथन के बाद सीएम और डिप्टी सीएम के नाम का ऐलान कांग्रेस की ओर से कर दिया गया है. सिद्धारमैया को सीएम बनाया गया और डी.के शिवकुमार को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 20 मई को शपथग्रहण समारोह है. लोकसभा चुनाव तक डी.के शिवकुमार संगठन के मुखिया यानी प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे. डिप्टी सीएम पर बनाए जाने पर डी.के शिवकुमार ने ट्वीट कर कहा कि "कर्नाटक का सुरक्षित भविष्य और हमारी जनता का कल्याण हमारी शीर्ष प्राथमिकता है और हम इसे सुनिश्चित करने के लिए एकजुट हैं."
उपमुख्यमंत्री मनोनीत किए जाने पर खुश हैं या दुखी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे दुखी क्यों होना चाहिए? अभी लंबा रास्ता तय करना है. पार्टी में सब कुछ ठीक है और आगे भी सब कुछ ठीक रहने वाला है."
डीके शिवकुमार ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि पार्टी हाईकमान जो भी निर्णय लेगा, हम उसे स्वीकार करेंगे. जो भी फार्मूला बनाया गया है, पार्टी के हित में हम सभी उसे स्वीकर करते हैं. कर्नाटक के लोगों के सामने हमारी एक प्रतिबद्धता है. संसदीय चुनाव आगे हैं इसलिए मुझे कांग्रेस अध्यक्ष और गांधी परिवार का फैसला मान्य है.
वहीं, India Today को दिए इंटरव्यू में डी.के ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता कर्नाटक की जनता की भलाई है. हम इसे कैसे सुनिश्चित करेंगे, इस पर काम करना है. डिप्टी सीएम पद मिलने से खुश हैं?
इस सवाल पर डी.के शिवकुमार ने मुस्कुराते हुए कहा कि "कहां से दुखी दिखाई दे रहे हैं. बिल्कुल खुश हैं. आलाकमान ने जो तय किया है, वह सही है. हां, ये जरूर है कि हमारी इच्छा थी और इच्छा किसकी नहीं होती है. हमने मेहनत की, लोगों को साथ जोड़ा. दिन-रात नहीं देखा. पार्टी को सत्ता में लाने के लिए जो भी मेहनत करनी पड़ी वह हमने की. अभी लंबा रास्ता तय करना है."
राजस्थान में सत्ता हस्तांतरण को लेकर सचिन पायलट और अशोक गहलोत में चल रहा संघर्ष कहीं कर्नाटक में तो आने वाले दिनों में नहीं दिखेगा?
इस सवाल पर डी.के शिवकुमार ने कहा कि बिल्कुल नहीं. हम साथ मिलकर काम करेंगे. कर्नाटक की जनता ने हमें मैंडेट दिया है, उसकी आकांक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे. साल 2024 का चुनाव है, उसपर मिलकर काम करना है, पार्टी को बड़ी जीत की ओर ले जाना है.
सिद्धारमैया के साथ मतभेदों के सवाल पर डी.के शिवकुमार ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है. हमने चुनाव में साथ मिलकर काम किया था और आगे भी काम करते रहेंगे. कर्नाटक की जनता को कांग्रेस की 5 गारंटी को धरातल पर उतारना है. उसे कैसे किया जाएगा इस पर साथ मिलकर काम करेंगे.
सिद्धारमैया के साथ पावर टसल के सवाल पर डी.के शिवकुमार ने कहा कि...
"हमें जनता का काम करना है इसमें पावर टसल का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. सरकार में पोर्टफोलियो आपका क्या है, इसका कोई मतलब नहीं. आप जनता के लिए कितना काम करते हैं वह मायने रखता है."डी.के शिवकुमार, कांग्रेस नेता
हालांकि, इस पूरे मामले में सोनिया गांधी की क्या भूमिका थी. इस पर डी.के शिवकुमार ने कुछ नहीं बोला.
वहीं, 2 साल सिद्धारमैया और 3 साल डी.के शिवकुमार मुख्यमंत्री होंगे? इस सवाल पर डी.के ने कहा कि हम पूरे 5 साल बिना किसी टसल के सरकार चलाएं. ये तो आगे की बात है, जब समय आएगा देखा जाएगा. कांग्रेस पार्टी की ओर से जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे हम निष्ठा पूर्वक निभाएंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)