किसान आंदोलन का बड़ा असर हरियाणा बीजेपी सरकार पर दिख रहा है. सरकार की सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) की तरफ से अलग-अलग तरह के बयान सामने आ रहे हैं. अब राज्य के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि नए किसान कानून में कई संशोधनों की जरूरत है. साथ ही उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों को इसमें सुधार के लिए ठोस सुझाव देने की अपील की है.
इससे पहले दिसंबर के शुरुआती हफ्ते में पार्टी की तरफ से कहा गया था कि हरियाणा सरकार में दुष्यंत चौटाला के उपमुख्यमंत्री रहते हुए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसी तरह की आंच नहीं आने दी जाएगी. अगर, किसानों को एमएसपी पर नुकसान हुआ तो फिर दुष्यंत चौटाला पद से इस्तीफा दे देंगे.
इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा के जींद में दुष्यंत चौटाला को तब किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा जब किसानों ने दुष्यंत के दौरे के लिए बने हेलीपैड को फावड़े से खोद डाला. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चौटाला को वो दौरा रद्द करना पड़ा है.
जेजेपी पर किसान आंदोलन से दबाव
दरअसल, हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार को सहयोग देने वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) का आधार वोटर जाट और किसान माने जाते हैं. किसान आंदोलन के कारण एनडीए सहयोगी जेजेपी पर काफी दबाव है. पार्टी अपने कोर वोटर्स को नाराज नहीं करना चाहती. सूत्रों के मुताबिक, यही वजह है कि हरियाणा में किसानों के विरोध-प्रदर्शन को पार्टी के नेता समर्थन दे चुके हैं. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आश्वासन दे चुके हैं कि उनके रहते किसानों के हितों पर आंच नहीं आने दी जाएगी. हरियाणा में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बहुमत से बीजेपी के चूक जाने पर जेजेपी के 10 विधायकों के समर्थन से मनोहर लाल खट्टर की सरकार चल रही है.
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