वीडियो एडिटर: कनिष्क दांगी
नरेंद्र मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को भारत के बाहर भी कई नेताओं का समर्थन मिला है. यूके, कनाडा और अमेरिका के इन नेताओं ने किसानों का समर्थन किया है और प्रदर्शन से निपटने के तरीके को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है.
इन नेताओं में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का नाम प्रमुख है. उन्होंने कहा है, ‘’अगर मैं किसानों द्वारा प्रदर्शन के बारे में भारत से आ रही खबरों पर ध्यान देना शुरू नहीं करता तो बेपरवाह होता. स्थिति चिंताजनक है... शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा. हमने अपनी चिंताओं को रेखांकित करने के लिए कई जरियों से भारतीय अथॉरिटीज से संपर्क किया है.’’
यूके से इन नेताओं ने किया किसानों का समर्थन
तनमनजीत सिंह धेसी
लेबर पार्टी के सांसद तनमनजीत सिंह धेसी ने किसानों को पीटे जाने का जिक्र करते हुए ट्वीट कर कहा है, ''मैं हमारे परिवार और दोस्तों सहित पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों के किसानों के साथ खड़ा हूं, जो शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं.''
जॉन मैकडॉनेल
लेबर पार्टी के ही सांसद जॉन मैकडॉनेल ने कहा है, ''मैं तनमनजीत सिंह धेसी से सहमत हूं. शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ इस तरह का दमनकारी व्यवहार अस्वीकार्य है और भारत की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है.''
प्रीत कौर गिल
लेबर पार्टी की सांसद प्रीत कौर गिल ने ट्वीट कर कहा है, ''दिल्ली से चौंकाने वाले दृश्य. किसान शांतिपूर्वक विवादास्पद बिलों (अब कानून) का विरोध कर रहे हैं जो उनकी आजीविका को प्रभावित करेंगे. उन्हें चुप कराने के लिए वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है.''
कनाडा से और भी कई नेता किसानों के पक्ष में
जगमीत सिंह
जगमीत सिंह ने ट्वीट कर कहा है, ''भारत सरकार द्वारा शांतिपूर्वक विरोध कर रहे किसानों के खिलाफ हिंसा करना भयावह है. मैं पंजाब और भारत भर के किसानों के साथ खड़ा हूं - और, मैं भारतीय सरकार से हिंसा के बजाय शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत से जुड़ने का आह्वान करता हूं.''
जैक हैरिस
सैंट जॉन्स ईस्ट से सांसद जैक हैरिस ने ट्वीट कर कहा है, ''नए कानूनों का विरोध कर रहे किसानों पर भारत सरकार के दमन को देखकर हम हैरान हैं, इनसे (नए कानूनों से) उनकी आजीविका खतरे में पड़ जाएगी. भारत सरकार को वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल करने के बजाय किसानों के साथ खुले तौर पर बातचीत करनी चाहिए.''
एंड्रिया होरवाथ
ओंटैरियो असेंबली में विपक्ष की नेता एंड्रिया होरवाथ ने ट्वीट कर कहा, ''मैं भारत में किसानों के साथ खड़ी हूं, जो शांति से प्रदर्शन कर रहे हैं, साथ ही साथ यहां ओंटैरियो में उनके प्रियजनों के, जो डरावनी हिंसा को देख रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि हर किसी को स्टेट की हिंसा के डर के बिना अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के इस्तेमाल का मौका मिलना चाहिए.
गुररतन सिंह
ओंटैरियो प्रोविंशियल पार्लियामेंट में ब्रैम्पटन ईस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले गुररतन सिंह ने सदन में ही किसानों के प्रदर्शन पर बात की. उन्होंने कहा, ''भारत में किसानों पर हमला हो रहा है... इसलिए मैं इस सदन को भारत सरकार द्वारा लाए गए इन अन्यायपूर्ण कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ खड़ा होने के लिए कह रहा हूं.''
सारा सिंह
ब्रैम्पटन सेंटर से MPP सारा सिंह ने ट्वीट कर कहा है, ''पंजाब के एक किसान की ग्रैंडडॉटर के तौर पर, मैं किसानों के साथ खड़ी हूं जो अपनी आजीविका को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और नुकसान पहुंचाने वाले कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.''
अमेरिका से हरमीत ढिल्लों किसानों के समर्थन में
वकील और रिपब्लिकन पार्टी ऑफिशियल हरमीत ढिल्लों ने ट्वीट कर कहा है कि भारत सरकार के कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हमला देखकर ''उनका दिल टूट जाता है.'' उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि वह किसानों को सुनें और उनसे मुलाकात करें.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)