नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला एक टीवी इंटरव्यू में फफक पड़े. उनसे जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के बारे में सवाल पूछे जा रहे थे. उन्होंने कहा- ‘‘आप मुझसे मेरी प्रतिक्रिया पूछ रहे हैं, लेकिन अगर आपके शरीर को दो हिस्सों बांट दिया जाएगा तो कैसा लगेगा.’’
एनडीटीवी को इंटरव्यू देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा -
‘‘मैंने कभी ऐसा हिंदुस्तान नहीं देखा था. ये लोग हिंदू, मुस्लिम और बौद्धों को बांटने का काम कर रहे हैं.’’
इंटरव्यू के आखिर में फारूक ने कहा - “मेरी सेहत ठीक नहीं है, मेरी कभी भी मौत हो सकती है. लेकिन मैं ये संदेश देकर जाना चाहता हूं कि हम सुख-दुख में जम्मू-कश्मीर की आवाम और भारत के साथ खड़े रहे, आज जब जम्मू-कश्मीर पर आफत आई है तो आप हमारा साथ नहीं छोड़िएगा.’’
‘गृह मंत्री बोल रहे झूठ, इस बात का दुख’
इससे पहले मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में अपने घर की बालकनी में खड़े होकर कहा था कि उन्हें केंद्र सरकार ने नजरबंद करके रखा है. इसके बाद ही कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के संकल्प और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि यह भारत के लोकतंत्र के लिए काला दिन है क्योंकि राज्य में 6 महीने से चुनाव नहीं हो पाए, पूर्व मुख्यमंत्री गिरफ्तार हो चुके हैं, हमारे सहयोगी फारूक अब्दुल्ला कहां हैं, इसका भी पता नहीं है. इसके जवाब में गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि ये झूठ है.
फारूक अब्दुल्ला जी अपने घर पर हैं. उन्हें नजरबंद नहीं रखा गया है. ना ही उन्हें किसी हिरासत में रखा गया है. वह स्वस्थ हैं, मौज-मस्ती में हैं...उनको नहीं आना है तो उनकी कनपटी पर गन रखकर बाहर नहीं ला सकते हम.अमित शाह, गृहमंत्री
इस टीवी इंटरव्यू में फारूक अब्दुल्ला ने लोकसभा में अमित शाह के बयान पर भी बोला.
मुझे इस बात का दुख है कि देश के गृहमंत्री झूठ बोल रहे हैं कि मुझे नजरबंद नहीं किया गया है. मेरे घर में किसी को आने नहीं दिया गया. मेरे दरवाजे पर ताला लगा दिया.फारूक अब्दुल्ला, नेता, नेशनल कॉन्फ्रेंस
फारूक अब्दुल्ला ने ये भी दावा किया कि उनके बेटे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला को जेल में डाल दिया गया है. 6 अगस्त को लोकसभा ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के संकल्प और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को अपनी मंजूरी दे दी है.
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