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गुजरातःपूर्व CM वाघेला ने ‘गुजरात मॉडल’ को क्यों कहा ‘कीचड़ मॉडल’?

वाघेला ने कहा- अगले चुनाव में बीजेपी विरोधी दलों का बिना शर्त समर्थन करूंगा

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गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने बीजेपी के ‘गुजरात मॉडल’ को ‘कीचड़ मॉडल’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि कीचड़ से निकला कमल सत्ता के रूप में बीजेपी के पास आ जाता है और कीचड़ जनता के पास रह जाता है.

वाघेला ने मोदी सरकार पर 2014 चुनाव से पहले किये गये वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वे अगले चुनाव में मोदी सरकार को दोबारा सत्ता में आने से रोकने के लिए बीजेपी विरोधी सभी दलों का बिना शर्त समर्थन करेंगे.

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वाघेला ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मैं किसी एक दल से नहीं हूं, अब मैं सिर्फ बीजेपी विरोधी हूं. मैं अगले चुनाव के दौरान सभी दलों में अपने संबंध्‍ा का इस्तेमाल मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने में करूंगा.”

गुजरात मॉडल को बताया कीचड़ मॉडल

पूर्व मुख्यमंत्री वाघेला ने कहा कि चार साल पहले बीजेपी 100 स्मार्ट सिटी, हर खेत को पानी, हर साल दो करोड़ नौकरी देने जैसे बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आई थी, लेकिन साढ़े चार साल में इस सरकार ने सिवाय नोटबंदी के कोई काम नहीं किया.

मैं गुजरात मॉडल को कीचड़ मॉडल कहता हूं, जिससे निकला कमल सत्ता के रूप में बीजेपी के पास आ जाता है और कीचड़ जनता के पास रह जाता है. यही मॉडल इस सरकार ने पूरे देश में पेश कर जनता को बदहाल कर दिया है.
शंकर सिंह वाघेला, पूर्व सीएम, गुजरात

राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर आरोप

वाघेला ने मोदी सरकार पर राफेल सौदे में रिलायंस जैसी दिवालिया कंपनी को साझेदार बनाने का आरोप लगाते हुए कहा:

‘बोफोर्स से मिला कुछ नहीं था. सिर्फ एक चेहरा निकला था, वीपी सिंह का, जिसे सबका समर्थन मिला था. वैसे ही इस बार देखना होगा कि राफेल से क्या निकलता है.’

‘एक भी वोट न जाए खराब, बीजेपी न उठा पाए लाभ’

अपनी चुनावी रणनीति के सवाल पर वाघेला ने कहा, “मेरा सभी दलों से आह्वान है कि देश के व्यापक हित मे ऐसी समझदारी से चुनाव लड़ें, जिससे जनता मौजूदा सरकार को नकार दे. इसके लिए स्थायी सरकार दे सकने वाले संयुक्त गठबंधन की पहल होनी चाहिए.”

मेरा संदेश साफ है कि लोकसभा का चुनाव राज्यों की स्थानीय हालात के मुताबिक लड़ा जाए, जिससे आपसी खींचतान में एक भी मतदाता का वोट खराब न जाए और इसका लाभ बीजेपी न उठा सके.

खुद चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, समय आने पर वे इस बारे मे कोई फैसला करेंगे.

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