मध्य प्रदेश में अपने चुनाव प्रचार से पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. मनमोहन सिंह ने कहा कि आज जब राफेल डील की जांच के लिए हर कोई संसदीय समिति की मांग कर रहा है, तो सरकार इसके लिए तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि ‘दाल में कुछ काला है.’
'खुदकुशी करने पर मजबूर किसान'
किसानों के मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ''आज किसान बदहाल हो चुके हैं. किसानों की दुर्दशा एक बड़ा मुद्दा है. किसान कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं. उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है, जिससे खुदकुशी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं.''
मनमोहन ने कहा कि मध्य प्रदेश के किसानों को अपनी फसलों का एमएसपी तक नहीं मिल पा रहा है. खाद, कीटनाशकों और कृषि उपकरणों पर जीएसटी ने किसानों के कंधे पर जरूरत से ज्यादा बोझ डाल दिया है.
सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी घेरा. उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने और पारदर्शिता के वादे करके सत्ता में आई थी, लेकिन वो वादे पूरी करने में नाकाम साबित हुई. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का कार्यकाल समाप्त होने को है, लेकिन इस पूरे कार्यकाल में हम सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ते हुए ही देख रहे हैं.
मनमोहन सिंह ने कहा कि व्यापम घोटाले ने 70 लाख युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया, जिनमें 50 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी.
वित्त मंत्रालय का रिजर्व बैंक से नाजुक रिश्ता
पूर्व प्रधानमंत्री ने रिजर्व बैंक को लेकर विवाद पर कहा कि वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक का रिश्ता नाजुक होता है. उन्होंने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक को आपस में मिलकर बेहतर तरीके से काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश को चलाने की जिम्मेदीर सरकार की होती है.
'नहीं घटा बेराजगारी का स्तर'
मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के नौकरी देने के वादे को लेकर भी जमकर खिंचाई की. उन्होंने कहा कि सरकार ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन वो अपने वादे में नाकाम रही है.
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